संयुक्त राष्ट्र: महिला सशक्तिकरण के ढांचागत रूकावटों को तोड़ने के करीब पहुंचने का जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि दुनिया को ज्यादा महिला नेताओं के साथ इस बात की जरूरत है कि पुरूष लैंगिक समानता के लिये खड़े हों। कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ वीमेन (CSW) के कल यहां शुरू हुए वार्षिक सत्र में गुटेरेस ने कहा, यह सच है कि मैं एक पुरूष हूं लेकिन हमें जरूरत है कि सभी पुरूष महिला सशक्तिकरण के लिए खड़े हों। हमारी दुनिया को और महिला नेताओं की जरूरत है। और हमारी दुनिया को जरूरत है कि ज्यादा पुरूष लैंगिक समानता के लिए खड़े हों।
सीएसडब्लू महिलाओं के सशक्तिकरण और लैंगिक समानता के संवर्धन के लिए समर्पित एक प्रधान वैश्विक अंतरसरकारी निकाय है। अगले दशक में करीब एक अरब महिलाएं वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ेंगी, ऐसे में सशक्तिकरण से इन महिलाओं और लड़कियों की न सिर्फ क्षमता सामने आयेगी बल्कि वे दुनिया को एक नये भविष्य की तरफ भी लेकर जायेंगी। उन्होंने हाल में हुए एक अध्ययन का भी जिक्र किया जिसके मुताबिक महिला समानता आने से अगले दशक तक वैश्विक अर्थव्यस्था में करीब 12 खरब अमेरिकी डालर जोड़े जा सकते हैं। वहीं यूएन वीमेन की कार्यकारी निदेशक फूमजाइल म्लांबो-नागसुका ने अपने संबोधन में लैंगिक समानता की धीमी प्रगति का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में महिला कर्मचारियों में से आधी से ज्यादा असंगठित रूप से काम करती हैं, इसमें घर की देखभाल भी शामिल हैं जिनकी जिंदगी के दूसरे अवसर सीमित हो जाते है क्योंकि वे घर का महत्वपूर्ण काम पर बिना वेतन काम करती हैं। उन्होंने कहा कि अकेले भारत में 19 करोड़ महिलाएं असंगठित क्षेत्र में काम करती हैं।
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