मेहुल चोकसी से जुड़े मामलों की सुनवाई में तेजी आए: एंटीगुआ सरकार
एंटीगुआ और बारबुडा की सरकार चाहती है कि वहां की स्थानीय अदालत में चल रहे मेहुल चोकसी के मामलों की सुनवाई में तेजी आए।
एंटीगुआ: एंटीगुआ और बारबुडा की सरकार चाहती है कि वहां की स्थानीय अदालत में चल रहे मेहुल चोकसी के मामलों की सुनवाई में तेजी आए। एंटीगुआ के सूचना मंत्री ने मेलफोर्ड निकोलस ने चोकसी को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बात कही। एंटीगुआ न्यूज रूम पर प्रकाशित खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि यहां कि अदालत में मेहुल चोकसी से जुड़े प्रत्यर्पण के मामलों में तेजी से सुनवाई हो। मेहुल चोकसी की एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता रद्द करने और वहां से भारत प्रत्यर्पण को लेकर मामलों की सुनवाई चल रही है। चोकसी ने इन मामलों को अदालत में चुनौती दे रखी है। चोकसी को नवंबर में एंटीगुआ उच्च न्यायालय के समक्ष पेश होना है।
आपको बता दें कि 14 हज़ार करोड़ के घोटाले में सबसे बड़े आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को लेकर डोमिनिका की अदालत में सुनवाई टल गई है और कोर्ट ने कहा है कि दोनों पक्ष यानी सरकार और मेहुल चोकसी के वकील आपस में बात करें। मेहुल चोकसी के वकील ने कहा है कि उसे एंटिगुआ भेजा जाए क्योंकि वो भारत का नहीं बल्कि एंटिगुआ का नागरिक है। इस केस में अगली सुनवाई कब होगी अभी इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मेहुल चोकसी जल्दी भारत नहीं आ पाएगा, इसमें अभी वक़्त लग सकता है।
वहीं, एंटीगुआ एंड बारबूडा के मंत्रिमंडल ने एक बैठक में निर्णय लिया कि मेहुल चोकसी को डोमिनिका से सीधे भारत वापस भेज दिया जाना चाहिए। मंत्रिमंडल के निर्णय के बारे में स्थानीय मीडिया द्वारा प्रकाशित खबर से पता चलता है कि चोकसी से जुड़ा मामला बुधवार को हुई बैठक में चर्चा के विषयों में से एक था। मीडिया के अनुसार बैठक में माना गया कि चोकसी अब डोमिनिका की समस्या है और यदि वह एंटीगुआ एंड बारबूडा वापस आता है तो कैरीबियाई देश के लिए समस्या फिर लौट आएगी।
चोकसी 23 मई को रहस्यमय तरीके से एंटीगुआ एंड बारबूडा से लापता हो गया था जहां वह नागरिक के रूप में 2018 से रह रहा था। उसे पड़ोसी द्वीप देश डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में हिरासत में लिया गया। ऐसा कहा जाता है कि वह अपनी कथित प्रेमिका के साथ रोमांटिक तरीके से एंटीगुआ एंड बारबूडा से लापता हो गया था। चोकसी के वकीलों ने आरोप लगाया है कि एंटीगुआई और भारतीय जैसे दिखने वाले पुलिसकर्मियों ने उनके मुवक्किल का अपहरण कर लिया तथा उसे नौका के जरिए डोमिनिका पहुंचा दिया।
डोमिनिका के एक उच्च न्यायालय में चोकसी की ओर से दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई चल रही है। याचिका में चोकसी ने अपनी कथित अवैध हिरासत को चुनौती दी है। उसे उच्च न्यायालय के आदेश पर एक मजिस्ट्रेट के समक्ष भी पेश किया गया जहां उसने देश में अवैध प्रवेश के आरोपों को स्वीकार नहीं किया, लेकिन उसे जमानत भी नहीं मिल पाई।