दरार पड़े फर्श पर चले तो टूटेगी मां की कमर, जानिये कुछ ऐसी ही मान्यताएं
आज हम आपको बताने जा रहे है कि भारत के साथ-साथ और कौन से देश हैं जहां पर शगुन -अपशगुन को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं।
नई दिल्ली: किसी भी काम को करने से पहले शगुन अपशगुन को भारत में बहुत माना जाता है फिर वो घर से निकलने की बात हो या कोई और। गुरूवार और मंगलवार के दिन भारतीय समुदाय में बाल काटना अपशगुन माना जाता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह शगुन -अपशगुन को भारतीय समुदाय में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी माना जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे है कि भारत के साथ-साथ और कौन से देश हैं जहां पर शगुन -अपशगुन को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं।
भारत: भारत में यदि आप मंगलवार को बाल कटवाते हैं तो इसे अपशगुन माना जाता है। साथ ही यहां यह भी मावा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दिन सभी लोगों को घर के अंदर रहना चाहिए, क्योंकि सूर्य की किरणें हानिकारक होती है।
ब्रिटेन: यहां अकेले नीलकण्ठ पक्षी को देखना दुर्भाग्यपूर्ण होता है। ब्रिटेन में ज्यादातर लोगों का मानना है कि ऐसा होने पर लकड़ी छूकर या नमस्कार कर दुर्भाग्य दूर किया जा सकता है। साथ ही यहां मान्यता है कि टेबल के ऊपर जूते रखने से इंसान का बुरा होता है।
अमेरिका: अमेरिका में दरार पड़े हुए फर्श पर चलने का मतलब मां की कमर को तोड़ना होता है।
जर्मनी: जर्मनी में पानी के गिलास को एक-दूसरे से चीयर्स करने का मतलब होता है कि आप अपने साथ पानी पी रहे सभी लोगों की मौत चाहते हैं।
जापान: यहां मान्यता है कि किसी कब्रिस्तान से गुजरने पर अपना अंगूठा दबाना चाहिए, ताकि अपने माता-पिता को मृत्यु से बचाया जा सके। साथ ही यदि आप चावल की कटोरी में कांटे को खड़ा रखते हैं, तो माना जाता है कि आपका दुर्भाग्य शुरू हो रहा है।
अगली स्लाइड में पढ़ें चीन के बारे में