तुर्की ने दिया जर्मन पत्रकार को जेल भेजने का आदेश
अंकारा: तुर्की की एक अदालत ने जर्मनी के समाचार पत्र डी वेल्ट के एक पत्रकार को आतंकी दुष्प्रचार करने और घृणा फैलाने के आरोपों पर लंबित मामले की सुनवाई करते हुए जेल की सजा सुनायी
अंकारा: तुर्की की एक अदालत ने जर्मनी के समाचार पत्र डी वेल्ट के एक पत्रकार को आतंकी दुष्प्रचार करने और घृणा फैलाने के आरोपों पर लंबित मामले की सुनवाई करते हुए जेल की सजा सुनायी है। मीडिया रिपोर्ट में कल इसकी जानकारी दी गयी। तुर्की में पत्रकारों एवं प्रेस की आजादी पर लगातार की जा रही कार्रवाई की पृष्ठभूमि में यह कदम उठाया गया है। समाचार पत्र ने बताया कि पत्रकार डेनिज युसेल के पास तुर्की और जर्मनी दोनों देशों की नागरिकता है। तुर्की के उर्जा मंत्री के ईमेल अकाउंट पर हैकर हमले के बारे में उनकी रिपोर्ट के बाद 14 फरवरी को उन्हें हिरासत में लिया गया था।
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एक जज ने युसेल की औपचारिक गिरफ्तारी का आदेश दिया। गिरफ्तारी का आदेश देने से पहले वकील ने उनसे तीन घंटों से अधिक समय तक जिरह की। डी वेल्ट ने उन्हें हिरासत में लिये जाने की पुष्टि की है। 15 जुलाई को तख्तापलट के प्रयास के बाद तुर्की की जेल में बंद किये गये कई पत्रकारों में युसेल (43) भी शामिल हो गए हैं। तख्तापलट की इस कोशिश के बाद सरकार सरकार विरोधी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
सरकार की कार्रवाई में तुर्की में कम से कम 100 अखबारों को बंद किया जाना शामिल है। निजी समाचार एजेंसी दोगान के अनुसार युसेल से सेमिल बेयिक से उनके द्वारा लिए गए एक साक्षात्कार के बारे में पूछताछ की गयी। सेमिल बेयिक प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी के कमांडर हैं। इसके अलावा कुर्दों पर तुर्की की नीतियों से संबद्ध उनके एक लेख को लेकर भी पूछताछ हुई। दोगान की रिपोर्ट के अनुसार डी वेल्ट के पत्रकार से यह भी पूछा गया कि उनके हैकर समूह रेडहैक के साथ कोई संबंध हैं या नहीं। रेड हैक ने ही उर्जा मंत्री के ईमेल की जानकारी हासिल की थी जिन्हें विकीलीक्स पर उपलब्ध कराया गया था। जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि युसेल का मामला जर्मनी के लिये बहुत अहमियत रखता है और तुर्की में प्रेस की स्वतंत्रता के लिये उनकी सरकार हर संभव कोशिश करेगी।