तेहरान: ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जाफरी ने आज कहा कि छह मुस्लिम देशों से आने वाले यात्रियों पर नया अमेरिकी प्रतिबंध वाकई में शर्मनाक है। जाफरी ने ट्वीट किया, अमेरिका ने ईरानी दादा-दादी, नाना-नानी के अपने नाती-पोतों से मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया जो ईरान के सभी लोगों के प्रति अंध शत्रुता का बेहद शर्मनाक प्रदर्शन है। कल प्रभावी हुआ अस्थायी प्रतिबंध छह मुस्लिम बहुल देशों के उन नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाता है जिनके पास यहां प्रवेश के लिए कानूनन आधार नहीं है। (भारत-पाक तनाव के चलते शरीफ ने की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता)
इसके दायरे में अभिभावक और भाई-बहन तो आते हैं लेकिन दादा-दादी, नाना-नानी और नाती-पोते तथा अन्य संबंधी नहीं आते। अमेरिका में ईरानी मूल के दस लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित प्रतिबंध को लेकर जारी कानूनी लड़ाई ने कई महीनों ने इन परिवारों की नींद उड़ा रखी है।
ट्रंप का कहना है कि ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले यात्रियों पर 90 दिन का प्रतिबंध और शरणार्थयिों पर 120 दिन का प्रतिबंध देश में आतंकियों के प्रवेश को रोकने के लिए बेहद जरूरी है। कई ईरानी-अमेरिकियों ने अपना विरोध जताने के लिए ट्वीट किया इदादा-दादी, नाना-नानी आतंकी नहीं। कई बच्चों ने ट्विटर पर अपने दादा-दादी, नाना-नानी की तस्वीरें डाली और लिखा मेरी प्यारी दादी, क्या वह आपको आतंकी जैसी नजर आती हैं
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