यरुशलम: इस्राइल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 207 अफ्रीकी प्रवासियों को जेल से रिहा कर दिया। इससे पहले प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कैदियों के बारे में संरा की शरणार्थी मामलों की एजेंसी के साथ समझौते को पलट कर विवाद खड़ा कर दिया था। कई घंटों तक चले अभियान के बाद आव्रजन प्राधिकरण की प्रवक्ता ने एएफपी को कल बताया कि सभी कैदियों को रिहा कर दिया गया। इ्स्राइल में करीब 42,000 अफ्रीकी प्रवासी हैं। फरवरी में अधिकारियों ने उनमें से 207 को खुली जेल से स्थानांतरित दिया था क्योंकि उन्होंने देश छोड़ने से इनकार कर दिया था। (अमेरिका की ओर से किसी भी तरह के दबाव का हम पुरजोर जवाब देंगे- रूस )
इस्राइल की सुप्रीम कोर्ट ने 10 अप्रैल को सरकार को उस समझौते पर अंतिम फैसला लेने के लिए रविवार तक का वक्त दिया था जिसमें उसने कहा था कि वह कुछ प्रवासियों को किसी अन्य देश भेजने की दिशा में काम कर रही है। अदालत ने कहा था कि समझौता नहीं होने की स्थिति में सहारोनिम जेल में बंद कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए।
यूगांडा ने शुक्रवार को कहा था कि 500 प्रवासियों को स्वीकार करने के इस्राइल के प्रस्ताव पर वह विचार कर रहा है। इस महीने की शुरुआत में नेतन्याहू ने संरा की शरणार्थी मामलों की एजेंसी यूएनएचसीआर के साथ उस समझौते को निरस्त कर दिया था जिसका उद्देश्य हजारों प्रवासियों के जबरन निर्वासन को रोकना था।
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