तेहरान: पिछले छह वर्ष से नजरबंद चल रहे ईरान के विपक्षी नेता मेहदी करोबी ने सुनवायी की तिथि निर्धारित करने की मांग कर भूख हड़ताल की जिसके बाद हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करोबी के परिवार से जुड़ी सहामन्यूज वेबसाइट ने कहा, भूखहड़ताल के बाद उनकी सेहत बिगड़ गई और अब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वेबसाइट के अनुसार देश में सुधारों की मांग करने वाले नेता को उच्च रक्तचाप के कारण शाहिद राजाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार सुबह उन्होंने भूख हड़ताल शुरू की थी जिसके 24 घंटे के भीतर उनकी तबीयत बिगड़ गई। हांलाकि अभी भी वह खाने से इनकार कर रहे हैं। (भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद ने पेश किया ट्रंप की निंदा करने वाला प्रस्ताव)
उनके बेटे मोहम्मद ने ट्विटर पर इन रिपोर्टों की पुष्टि की है। मोहम्मद ने कहा, भूख हड़ताल के कारण रात एक बजे, गुरुवार को अब्बा को अस्पताल ले जाया गया। ढेर सारी दुआएं। नेता की पत्नी फातिमा करोबी ने शहामन्यूज से कहा कि उनकी पहली मांग उनके घर से खुफिया मंत्रालय के एंजेटों को बाहर करना और हाल ही लगाए गए सुरक्षा कैमरों को हटाना है। उन्होंने कहा कि (1979 इस्लामिक) क्रांति के बाद और पहले नजरबंदी के किसी भी मामले में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है।
उन्होंने कहा, दूसरा लगातार नजरबंदी के मामले में उन्हें जन सुनवाई की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि करोबी को निष्पक्ष सुनवायी की उम्मीद नहीं है लेकिन वह चाहते हैं कि यह सार्वजनिक तौर पर हो और वह फैसले का सम्मान करेंगे। करोबी और उनके सहयोगी नेता मीर हुसैन मोसावी 2009 में हुए विवादित राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार थे जिसके बाद कई महीनों तक प्रदर्शन चले थे। इसके बाद 2011 में दोनों नेताओं को प्रदर्शनों में उनकी भूमिका के लिए नजरबंद किया गया था ।
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