तंजानिया के राष्ट्रपति से मिले PM मोदी, 5 समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
दार-एस-सलाम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकी महाद्वीप में संबंधों को बढ़ावा देने के लिए तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मगुफुली के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। उनकी बातचीत विशेष तौर आर्थिक क्षेत्र में
दार-एस-सलाम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकी महाद्वीप में संबंधों को बढ़ावा देने के लिए तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मगुफुली के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। उनकी बातचीत विशेष तौर आर्थिक क्षेत्र में संबंध बढ़ाने पर केंद्रित थी। तंजानिया के साथ संबंध बढ़ाने के क्रम में भारत ने आज उसकी विकास जरुरतों को पूरा करने के लिए उसे पूरा सहयोग देने की पेशकश की और पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें एक जल संसाधन के क्षेत्र में 9.2 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देने से संबंधित है।
मोदी ने राष्ट्रपति मागुफुली के साथ अपनी द्विपक्षीय मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, तंजानिया के साथ भारत का सहयोग हमेशा आपकी जरूरतों और प्राथमिकताओं के अनुरूप होगा। दोनों पक्षों ने एक समझौते पर दस्तखत किये, जिसके तहत भारत जांजीबार की जल आपूर्ति व्यवस्था के पुनर्वास और सुधार के लिए 9.2 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता प्रदान करेगा।
अन्य समझौतों में जल संसाधन प्रबंधन और विकास पर एक एमओयू, जांजीबार में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए एमओयू, राजनयिक-आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा छूट पर एमओयू और भारतीय राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम तथा लघु उद्योग विकास संगठन, तंजानिया के बीच एक समझौता शामिल है।
मोदी ने तंजानिया में बजाया दोस्ती का ड्रम
चार अफ्रीकी देशों के दौरे पर निकले प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के तीसरे चरण में कल देर रात यहां पहुंचे थे। उन्होंने तंजानियाई राष्ट्रपति के साथ लगभग एक मिनट तक ड्रम भी बजाया। विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, भारत अफ्रीका की धुन में नयी ताल। नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मागुफुली जेपी ने ड्रम बजाया।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मगुफुली ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ताओं से पहले आपस में वार्ता की। मोदी ने अपनी यात्रा से पहले कहा था कि इस यात्रा का उद्देश्य अफ्रीका में एक महत्वपूर्ण मित्र यानी तंजानिया के साथ संबंधों को बढ़ावा देना है। उन्होंने सोलर ममास से भी मुलाकात की। यह अफ्रीका की ग्रामीण महिला सौर इंजीनियरों का एक समूह है, जिसे भारत सरकार के सहयोग वाले कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया गया है, ताकि वे सौर लैंप और सौर प्रकाश करने वाली अन्य चीजों का उत्पादन, इस्तेमाल, मरम्मत और रखरखाव अपने गांव में कर सकें।
यहां आने से पहले मोदी ने मोजांबीक और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की। वह केन्या भी जाएंगे। अफ्रीका की यात्रा का प्रमुख उद्देश्य हाइड्रोकार्बनों, समुद्री सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, कृषि एवं खाद्य के क्षेत्र में सहयोग को गहरा करना है।