जॉर्ज बुश ने भी मानी थी गलती
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने भी इराक वार के लिए अपनी गलती मानी थी। बुश ने कहा था कि इराक युद्ध में उनसे कई भारी गलतियां हुई है। बुश ने अपनी किताब में भी इस बात का जिक्र किया है। अपनी किताब ‘डिसीजन पॉइंट्स’ में बुश ने लिखा है, ‘कार्यकाल के आखिरी दिनों में मैंने खुद को एक डूबते जहाज के कप्तान जैसा महसूस किया।’
क्यों हुआ इराक युद्ध?
इराक में रासायनिक हथियार होने के शक की बुनियाद पर करीब 12 साल पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने युद्ध की शुरुआत की थी। 19 मार्च 2003 से शुरू हुआ यह युद्ध 1 मई 2003 तक चला। इस दौरान अमेरिकी नौ सेना की क्रूज मिसाइलों ने इराक की राजधानी बगदाद समेत कई शहरों पर बम बरसाए। सिर्फ 21 दिनों में बगदाद और इराक के कई बड़े शहर अमेरिका के नियंत्रण में आ गया। तब सद्दाम हुसैन अमेरिका की पकड़ से दूर था। 13 दिसंबर, 2003 में अमेरिका ने सद्दाम हुसैन को पकड़ लिया।
इराक युद्ध ने मचाही तबाही
रासायनिक हथियार होने के शक में छिड़े इस युद्ध ने इराक में तबाही मचा दी थी। इस दौरान न जाने कितने लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा। विकीलीक्स की ओर से जारी किए गए अमेरिका के गुप्त सैन्य दस्तावेजों के मुताबिक, इसमें इराक में मारे गए 109,032 लोगों का ब्योरा है। इनमें 66, 081 नागरिक, 23, 984 विद्रोही, 15, 196 इराकी सरकार के सैनिक और गठबंधन सेना के 3771 सैनिक शामिल हैं।
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