लेस कायेस: हैती के अधिकारियों ने सप्ताहंत में आए घातक भूकंप में 500 और लोगों के मरने की मंगलवार को जानकारी दी। देश में उष्णकटिबंधीय तूफान ‘ग्रेस’ के कारण राहत एवं बचाव प्रयासों में बाधा आई है। राहत कार्यों में हो रही इस देरी से पहले से बेघर हुए लोगों का गुस्सा एवं निराशा बढ़ गई है।
रविवार को आए भूकंप में सबसे ज्यादा प्रभावित दक्षिणपश्चिमी हैती पर ग्रेस तूफान ने भी कहर बरपाया और अधिकारियों ने चेतावनी दी कि कुछ इलाकों में तूफान के आगे बढ़ने से पहले 15 इंच तक बारिश हो सकती है। भूकंप से क्षतिग्रस्त शहर लेस कायस और राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस में रुक-रुक कर बारिश हुई।
मंगलवार दोपहर को नागरिक संरक्षण एजेंसी ने भूकंप में अब तक मारे गए लोगों की संख्या 1,941 बताई और घायलों की संख्या 9,900 बताई जिनमें से कई अब भी चिकित्सीय मदद मिलने का इंतजार कर रहे हैं। भूकंप से हुई तबाही देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र पर केंद्रित है, जहां स्वास्थ्य संरचनाओं पर अत्यधिक दबाव बढ़ गया है और लोगों ने अपने प्रियजनों के साथ-साथ अपने घरों को भी खो दिया है।
पश्चिमी गोलार्ध के सबसे गरीब देश में लोगों का धैर्य अब जवाब दे रहा है। हैती के लोग पहले से ही कोरोनो वायरस, सामूहिक हिंसा, बदतर होती गरीबी और सात जुलाई को राष्ट्रपति जोवेनेल मोसे की हत्या से जूझ ही रहे थे जब भूकंप ने भी उनपर कहर ढाया। मलबे से शवों का निकाला जाना अब भी जारी है।
इनपुट-भाषा
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