बमाको: अफ्रीकी देश माली में एक बार फिर जातीय हिंसा का कहर आम जनता पर टूटा है। सरकार द्वारा मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, मध्य माली में 2 जातीय डोगोन गांवों पर हमले में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। आपको बता दें कि इस इलाके में डोगोन और फुलानी नाम के 2 समुदायों के बीच जबर्दस्त हिंसा होती है। बीते 11 जून को ही कथित तौर पर डोगोन समुदाय के लोगों ने फुलानी समुदाय के गांवों पर हमला करके 100 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी।
आपको बता दें कि अभी किसी समूह ने सोमवार को हुए हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन माली में जातीय डोगोन और फुलानी समुदायों के बीच इस साल काफी हिंसा हुई। माली की सरकार ने एक बयान में कहा, ‘सोमवार शाम को चरमपंथी हमलों में गंगफनी और योरो गांवों को निशाना बनाया गया जो बुर्किना फासो की सीमा से ज्यादा दूर नहीं हैं। मृतकों की आधिकारिक संख्या 38 है और कई लोग घायल हुए हैं। जनता और उनकी संपत्ति की रक्षा तथा इन हमलावरों का पता लगाने के लिए सुरक्षा बलों को घटनास्थल पर भेजा गया है।’ हालांकि ताजा रिपोर्ट्स में मृतकों की संख्या 40 से ज्यादा बताई जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये घटना योरो और गंगाफनी 2 नाम के गांवों में हुई। लगभग 100 हथियारबंद लोग मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए और गांववालों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। आपको बता दें कि माली में अक्सर हिंसा के मामले सामने आते रहते हैं। इस देश में इस्लामी आतंकी भी सक्रिय हैं और वे भी कई बार हिंसा की बड़ी वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। बीते कुछ ही महीनों में जातीय या आतंकी हिंसा में इस देश के सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है।
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