बगदाद: फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने सोमवार को आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई में इराक को समर्थन जारी रखने और नष्ट हुए शहरों के पुनर्निर्माण में मदद करने के प्रति प्रतिबद्धता जताई।
ओलांद ने इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, "इराक की मेरी यात्रा मोसुल की आजादी अभियान को लेकर फ्रांस के समर्थन और एकजुटता को व्यक्त करने के लिए है।"
ओलांद ने कहा, "मोसुल में आईएस को हराने के बाद फ्रांस सक्रिय रूप से इसके पुनर्निमाण के प्रयासों में भाग लेगा।" फ्रांसीसी राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, लगभग 60 फ्रांसीसी सैनिक इराक के मोसुल में आईएस आतंकवादियों से लड़ रहे हैं, जबकि सैकड़ों इराक के अन्य भागों और सीरिया में लड़ रहे हैं।
सीरिया में संघर्षविराम खतरे में, सरकारी बलों ने किए हमले तेज
सीरिया में संघर्षविराम खतरे में प्रतीत होता है क्योंकि सरकारी बलों ने दमिश्क के आसपास अपने हमले तेज कर दिए हैं और साथ ही करीब 10 विद्रोही समूहों ने कहा है कि वे इस महीने होने वाले शांति समझौते की वार्ता से हट रहे हैं।
बातचीत जनवरी के अंत में कजाक राजधानी अस्ताना में होनी है, लेकिन विद्रोहियों ने कहा कि सरकारी बलों द्वारा चार दिन पुराने संघर्षविराम का उल्लंघन किए जाने के कारण वे वार्ता से हट रहे हैं। वार्ता रूस, तुर्की तथा ईरान द्वारा आयोजित कराई जा रही है। विद्रोही समूहों ने एक साझा बयान में कहा, क्योंकि संघर्षविराम का उल्लंघन लगातार जारी है, इसलिए विद्रोही खेमा अस्ताना समझौते से जुड़ी सभी बातचीत से हटने की घोषणा करता है।
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