मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया में खुद को डॉक्टर बता कर विभिन्न अस्पतालों में एक दशक से ज्यादा समय तक काम करने वाले एक भारतीय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जबकि आव्रजन मंत्री ने इसे व्यवस्था की एक बड़ी चूक करार दिया है। सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार श्याम आचार्य ने एक दूसरे शख्स सारंग चिताले का नाम अख्तियार कर ऑस्ट्रेलिया में अपनी नई जिंदगी शुरू की।
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खबर के मुताबिक, उसने 2003 में न्यू साउथ वेल्स के मेडिकल बोर्ड के साथ रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद आचार्य ने डॉक्टर की पहचान का इस्तेमाल किया। उसने NSW सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में रोजगार हासिल करने के लिए दिखावा किया कि वह बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी है और उसके पास फेलो ऑफ द रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियंस की सदस्यता है। अधिकारी उसे ढूंढ या उससे संपर्क नहीं कर पाए हैं। उनका कहना है कि आचार्य का अता-पता नहीं मालूम और वह उसे खोजने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि वह अब भारत में हो सकता है। इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया करते हुए ऑस्ट्रेलियाई आव्रजन मंत्री पीटर डुट्टन ने कहा, ‘यह पूरी तरह व्यवस्था की नाकामी है।’ आचार्य 2003 से मई 2014 तक जूनियर डॉक्टर के रूप में NSW हेल्थ के लिए ऑस्ट्रेलिया के 4 अस्पतालों में काम किया। यहां तक कि उसने आपात विभागों में भी काम किया। आचार्य ने 2013 में अंतरराष्ट्रीय दवा कंपनी ऑस्ट्राजेनेका में काम किया। इसके बाद वह 2016 में नोवाटेक में चला गया।
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