पेरिस से 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा मिस्र का विमान दुर्घटनाग्रस्त
पेरिस से 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा इजिप्ट एयर का एक विमान गुरुवार को यूनान के कारप्टो द्वीप से कुछ दूर भूमध्यसागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
काहिरा: पेरिस से 66 लोगों को लेकर काहिरा जा रहा इजिप्ट एयर का एक विमान गुरुवार को यूनान के कारप्टो द्वीप से कुछ दूर भूमध्यसागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान का संभावित मलबा यूनान के एक द्वीप से कुछ दूर पर मिला है। उधर, मिस्र ने कहा कि यह हादसा तकनीकी गड़बड़ी से कहीं ज्यादा आतंकवादी हमले की वजह से प्रतीत होता है। इजिप्ट एयर ने कहा कि मिस्र के विदेश मंत्रालय ने मलबा मिलने की पुष्टि की है।
विमान कंपनी ने एक बयान में कहा, मिस्र के नागर विमानन मंत्रालय को मिस्र के विदेश मंत्रालय से एक आधिकारिक पत्र मिला है जिसमें लापता विमान एमएस804 का मलबा कारप्टो द्वीप के निकट मिलने की पुष्टि की गई है। बयान में कहा गया है, यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और हम उन सबके लिए शोकसंतप्त हैं।
बहरहाल, यूनान समकक्ष के साथ सहयोग में मिस्र जांच टीम लापता विमान के अन्य मलबे की तलाश में अब भी जुटी है। यूनान के सरकारी टीवी ईआरटी ने पहले खबर दी थी कि क्रीट से करीब 425 किलोमीटर मलबे का पता चला है जो एयरबस ए 320 की अंतिम ग्यात अवस्थिति से करीब 100 समुद्री मील दूर है।
मिस्र के नागर विमानन मंत्री शेरीफ फाथी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इजिप्टएयर उड़ान के लापता होने की वजह तकनीकी विफलता के बजाय आतंकी हमला कहीं ज्यादा सटीक जान पड़ती है। जब उनसे पूछा गया कि क्या तकनीकी गड़बड़ी इस हादसे की वजह है फाथी ने कहा, उल्टे, यदि आप स्थिति का गहन विश्लेषण करेंगे तो (आप पाएंगे कि) भिन्न कार्रवाई या आतंकी हमले की संभावना तकनीकी विफलता की संभावना से कहीं ज्यादा है।
उन्होंने कहा, हम आतंकवादी हमले या तकनीकी गड़बड़ी की संभावना से इनकार नहीं करते हैं। विमान में तीन बच्चों समेत 56 यात्री, चालक दल के सात सदस्य और तीन सुरक्षाकर्मी सवार थे। उस पर मिस्र के 30 नागरिकों के अलावा 15 फ्रांसीसी यात्री, दो इराकी और ब्रिटेन, बेल्जियम, कुवैत, सउदी अरब, सूडान, चाड, पुर्तगाल, अलजीरिया और कनाडा के एक-एक यात्री सवार थे।