क्वीटो: इक्वाडोर की सरकार के सब्सिडी खत्म करने के फैसले के विरोध में प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने आपातकाल घोषित कर दिया जिसके चलते पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। प्रदर्शनकारी सब्सिडी के खत्म होने के बाद ईंधन की कीमतें बढ़ने का विरोध कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे तो वहीं इसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पत्थर और पेट्रोल बम फेंके।
मोरेनो ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा और अव्यवस्था फैलने से रोकने के लिए कदम उठाए हैं। इसे बीते एक दशक का सबसे बड़ा प्रदर्शन कहा जा रहा है। शुरू में इसमें ट्रांसपोर्टर शामिल थे लेकिन बाद में छात्र और दूसरे समूह भी इसका हिस्सा बन गए।
रक्षा मंत्री ओसवाल्डो जारिन ने बताया कि हिंसा में 21 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि 227 लोगों को तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। घायलों की संख्या का पता नहीं लग पाया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ एक समझौते के तहत सरकार ने सब्सिडी खत्म कर दी थी जिसके चलते ईंधन की कीमतें 120 फीसदी तक बढ़ गईं। इसी के विरोध में जनता सड़कों पर उतर आई। सरकार ने कहा कि आपातकाल 60 दिन के लिए लगाया गया है। इसे और 30 दिन के लिए बढ़ाया जा सकता है।
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