पेरिस: भारत द्वारा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लॉकडाउन उपायों को लागू किए जाने के साथ ही पूरी दुनिया की 2.6 अरब से अधिक आबादी प्रतिबंधों के दायरे में आ गयी है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार साल 2020 में विश्व की आबादी 7.8 अरब है और विश्वभर में लॉकडाउन होने के बाद 2 .6 अरब से अधिक आबादी अपने अपने घरों में कैद हो गई है। ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और स्पेन, अमेरिका के कोलंबिया, नेपाल, इराक और मेडागास्कर समेत विश्व के करीब 42 देशों में लॉकडाउन शुरू हो चुका है।
भारत और न्यूजीलैंड इस सूची में शामिल होने वाले सबसे नए देश हैं। इन अधिकतर देशों में लोग अभी भी काम पर जाने, भोजन या जरूरत का अन्य सामाान खरीदने या डाक्टरों के पास जाने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। कम से कम पांच देशों ने अपने अपने नागरिकों से कहा है कि वे घरों के भीतर ही रहें और अपनी आवाजाही को सीमित कर दें। इन देशों की कुल आबादी करीब 22 करोड़ 26 लाख है। हालांकि अभी इन देशों ने अपने नागरिकों पर इसे जबरन लागू नहीं किया है और न ही किसी प्रकार की सजा की चेतावनी ही दी है। इन देशों में ईरान, जर्मनी और कनाडा शामिल हैं।
हालांकि कम से कम 15 देशों ने अपने अपने क्षेत्रों में शाम कर्फ्यू लगा दिया है। इन देशों में करीब 18 करोड़ 90 लाख की आबादी है। इनमें सउदी अरब, आइवरी कोस्ट, चिली, फिलीपीन की राजधानी मनीला और सर्बिया शामिल हैं। मिस्र में बुधवार से कर्फ्यू लागू हो जाएगा। कुछ देशों ने अपने मुख्य नगरों को सील कर दिया है जहां आवाजाही पर पूरी तरह रोक है। इनमें बुल्गारिया का सबसे बड़ा शहर अल्माटी, कजाख्स्तान में नूर सुल्तान तथा अजरबैजान में बाकू शहर शामिल है। इन सभी देशों की कुल आबादी करीब एक करोड़ से ज्यादा है।
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