हाल ही में रैनसमवेयर साइबर हमले की वजह से जापान और विश्व के 150 देशों में अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई थी। इस हमले ने 600 स्थानों के सैंकड़ों कंप्यूटरों को अपनी चपेट में लिया था। निसान मोटर कोर्प ने इस बात की पुष्टि की है कि कुछ इकाइयों को निशाना बनाया गया लेकिन हमारे कारोबार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा। (तीन देशों की यात्रा के बाद भारत लौटे पीएम मोदी)
हिताची की प्रवक्ता यूको तैनूची ने कहा कि ईमेल धीमे चल रहे थे या फिर पहुंच नहीं पा रहे थे। फाइलें खुल नहीं पा रही थीं। इस साइबर हमले ने भारत सहित यूरोप के देशों को भी अपना शिकार बनाया था। एक बार फिर से यह साइबर हमला लौट आया है पीटरैप नाम के इस साइबर हमले को रैनसवेयर का एडवांस्ड वर्जन माना जा रहा है। इस साइबर हमले ने 20 नामी कंपनियों की कम्प्यूटर स्क्रीन को लॉक कर दिया था। जिन्हें अनलॉक करने के लिए 300 डॉलर की मांग रखी गई थी।
फ्रॉड इनवेस्टिगेशन ऐंड डिस्प्यूट रेजॉलूशन के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर अमित जाजू ने बताया, 'पेटरैप ने यूके, रूस और यूक्रेन की कुछ कंपनियों पर हमला बोला, जिनका असर भारतीय सहायक कंपनियों पर पड़ा। यह रैनसमवेयर पेट्या का ही दूसरा रूप मालूम होता है।' इस साइबर हमले का नुकसान यूक्रेन भुगत रहा है। यहां की सरकारी मंत्रालयों, बिजली कंपनियों और बैंकों को इसके परिणाम भुगतने पर रहे हैं।
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