बीजिंग: चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार को कहा कि ब्रिक्स देशों को एक साथ मिलकर कोविड-19 महामारी का मुकाबला करना चाहिए। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए वांग ने यह बात कही।
बैठक की अध्यक्षता रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने की। बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, दक्षिण अफ्रीका के अंतरराष्ट्रीय मामलों एवं सहयोग के मंत्री नलेडी पंडोर और ब्राजील के विदेश मंत्री अर्नेस्टो अराउजो शामिल हुए।
वांग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को साथ मिलकर कोविड-19 महामारी की चुनौतियों का सामना करना चाहिए और संयुक्त रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए प्रयास करना चाहिए।
चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया की सबसे बड़ी मुसीबत बना हुआ है। ऐसे में चीन कोरोना वायरस फैलाने के बाद अब दुनिया का हिमायती बनकर दिखाने की कोशिश कर रहा है।
हालांकि, बता दें कि हाल ही में एक अमेरिकी राजनयिक ने दुनिया के सामने चीन की सच्चाई रखी थी। अमेरिकी राजनयिक डेविड स्टीलवैल ने कहा कि जब से वुहान से कोरोना वायरस फैला है तब से चीन इसका फायदा उठा रहा है और मुझे लगता है कि चीन की इस हरकत का भारत एक उदाहरण है।
उन्होंने यह बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी। उन्होंने आगे कहा था, "मैं बीजिंग में अपने दोस्तों से कहना चाहता हूं कि वह शांति और बातचीत करके विवाद को सुलझाने की अपनी बात पर कायम रहें।"
दरअसल, अमेरिकी राजनयिक डेविड स्टीलवैल यह बयान ऐसे वक्त में आया था जब कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में चीनी सैनिकों ने लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के इलाके में 29/30 की रात को यथास्थिति को बदलने के लिहाज से LAC पार की थी।
हालांकि, भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों के इस उकसाने वाले सैन्य कदम का कड़ा जवाब दिया था। इसके साथ ही दोनों देशों के सैनिकों के बीच उस रात तो झड़प हुई थी।
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