कैमलूप्स: कनाडा के एक स्कूल परिसर में 215 बच्चों के शव दफन पाए गए। इनमें कुछ 3 वर्ष तक के बच्चों के शव हैं। इस स्कूल को कभी कनाडा का सबसे बड़ा आवासीय विद्यालय माना जाता था। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के शव मिलने से देश में हड़कंप मचा हुआ है। एक अधिकारी ने बताया कि जमीन भेदी रडार के सहयोग से पिछले हफ्ते शवों का पता लगाया गया। उन्होंने बताया कि और अधिक शव बरामद किए जा सकते हैं क्योंकि स्कूल परिसर में अभी और इलाकों की छानबीन की जानी है। पहले की प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा, ‘कैमलूप्स इंडियन रेजिडेंशियल स्कूल में जो क्षति हुई है उसके बारे में सोच नहीं सकते।’
1978 में बंद हो गया था यह स्कूल
ट्रूथ एंड रिकांसिलिएशन कमिशन ने 5 वर्ष पहले संस्थान में बच्चों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर विस्तृत रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया गया कि दुर्व्यवहार एवं लापरवाही के कारण कम से कम 3200 बच्चों की मौत हो गई। इसमें बताया गया कि कैमलूप्स स्कूल में 1915 से 1963 के बीच कम से कम 51 मौत हुई थी। ब्रिटिश कोलंबिया के प्रमुख जॉन होरगान ने कहा कि इस घटना का पता चलने से वह ‘भयभीत एवं दुखी’ हैं। कैमलूप्स स्कूल 1890 से 1969 तक संचालित हुआ था। इसके बाद संघीय सरकार ने कैथोलिक चर्च से इसका संचालन अपने हाथों में ले लिया। यह स्कूल 1978 में बंद हो गया था।
नहीं हो पाई है किसी भी बच्चे की पहचान
अब तक इनमें से किसी भी बच्चे की पहचान नहीं हो पाई है, और यह भी नहीं पता चल पाया है कि उनकी मौत कैसे हुई थी। आशंका जताई जा रही है कि अभी और भी बच्चों के शव बरामद हो सकते हैं। बता दें कि कनाडा में कुछ क्रिश्चियन चर्चों ने ऐसे आवासीय विद्यालयों की स्थापना की थी जिनमें मूलनिवासियों के बच्चों को शिक्षा दी जाती थी। इन बच्चों को उनके माता-पिता से जबरदस्ती अलग करके उन्हें 'आधुनिक जीवनशैली' का ज्ञान दिया जाता था।
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