काहिरा: सीरिया के कुछ हिस्सों में तुर्की द्वारा किए गए हमलों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को अरब देशों के विदेश मंत्रियों ने भी तुर्की के हमले की निंदा की। आपको बता दें कि तुर्की कुर्द बलों के खिलाफ एक आक्रामक दबाव बना रहा है। इसके साथ ही अरब देशों ने तत्काल प्रभाव से तुर्की को अपनी सेना हटाने के लिए कहा है। अरब लीग की मिस्र की राजधानी काहिरा में हुई एक आपात बैठक के बाद बयान जारी कर ऐसा कहा गया।
‘अरब भूमि पर हमला है तुर्की की कार्रवाई’
सीरिया के पूर्वोत्तर में अर्धस्वायत्तता की मांग करने वाले कुर्दों के खिलाफ तुर्की के हमले पर चर्चा करने के लिए अरब ने लीग की यह बैठक बुलाई थी। बुधवार को यह घातक हमला किया गया था, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी आलोचना हुई तथा प्रतिबंधों की धमकी दी गयी। अरब लीग के प्रमुख अहमद अबोल घेइत ने तुर्की के हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला अरब भूमि पर किया गया है। बयान में कहा गया है कि मंत्रियों ने ‘हमला बंद करने तथा तत्काल प्रभाव से और बिना शर्त सीरिया की भूमि से तुर्की को हटने के लिए कहा है।’
जर्मनी और फ्रांस ने लगाई हथियारों की बिक्री पर रोक
समूह ने कहा है कि तुर्की का हमला अरब राष्ट्रीय सुरक्षा को सीधा खतरा है। इसमे कहा गया है कि तुर्की के हमले का सामना करने के लिए वह जरूरी उपायों के बारे में विचार करेंगे। बयान में कहा गया है कि इसकी संभावित प्रतिक्रियाओं में राजनयिक और आर्थिक कार्रवाई शामिल है। इसके अनुसार साथ ही ‘तुर्की के आक्रमण का सामना करने के लिए सैन्य सहयोग’ भी शामिल है। इस बीच, सीरिया पर हमले के विरोध में जर्मनी और फ्रांस ने तुर्की को हथियारों की बिक्री पर रोक लगा दी है।
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