एन जमेना: एक तरफ तो पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है, तो दूसरी तरफ बोको हराम के जिहादी चाड में अपना कहर बरपा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चाड में बोको हराम के जिहादियों के घातक हमले में देश के 92 सैनिकों की मौत हो गई। इस बारे में जानकारी देते हुए चाड के राष्ट्रपति इदरिस डेबी इंतो ने बताया कि यह हमला लेक चाड इलाके में बढ़ाई जा रही जिहादी मुहिम के तहत किया गया जहां कैमरून, चाड, नाइजर और नाइजीरिया की सीमाएं मिलती हैं।
राष्ट्रपति इंतो ने मंगलवार को बताया कि बामो में रविवार रातभर हुए हमले में ‘हमने हमारे 92 सैनिक और अधिकारी खो दिए।’ उन्होंने लाक प्रांत में हमलास्थल के दौरे के बाद कहा, ‘ऐसा पहली बार है, जब हमने इतनी अधिक संख्या में अपने जवानों को खोया है।’ एक जवान बताया कि बामो में हुआ हमला कम से कम सात घंटे चला और मदद के लिए भेजी गई अतिरिक्त सेना को भी निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि सेना के सशस्त्र वाहनों समेत 24 वाहन नष्ट हो गए हैं और बोको हराम सैन्य हथियारों को नौकाओं के जरिए साथ ले गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘शत्रु ने इस क्षेत्र में हमारी सेना पर बड़ा हमला किया।’ बोको हराम ने लेक चाड घाटी में हालिया महीनों में अपने हमले बढ़ा दिए हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पूर्वोत्तर नाइजीरिया में बोको हराम के हमलों में 36,000 लोगों की मौत हुई है और करीब 20 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। बोको हराम दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकी संगठनों में से एक है और इसका प्रभाव अफ्रीका के कई देशों में फैला हुआ है।
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