कोलकाता के आर जी कर अस्पताल मामले में आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद कहा कि मांगे पूरी होने तक काम बंद और प्रदर्शन जारी रहेगा। आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों ने कहा कि ‘‘कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को हटाया जाना हमारी नैतिक जीत है।’’ आंदोलनकारी चिकित्सकों में से एक ने कहा, "जब तक मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं हो जाते, हम अपना काम बंद करके स्वास्थ्य भवन (स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय) पर प्रदर्शन जारी रखेंगे। हम आरजी कर बलात्कार-हत्या मामले के संबंध में मंगलवार को उच्चतम न्यायालय में होने वाली सुनवाई का भी इंतजार कर रहे हैं।"
ममता बनर्जी ने मानी चिकित्सकों की मांग
कनिष्ठ चिकित्सकों ने कहा कि वे मंगलवार को सुनवाई के बाद एक बैठक करेंगे और अपना 'काम बंद करने' और प्रदर्शन पर फैसला करेंगे। बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास से लौटने के बाद चिकित्सक 'स्वास्थ्य भवन' में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर मुख्यमंत्री और चिकित्सकों के एक प्रतिनिधिमंडल के बीच बैठक हुई। इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों की मांगों को मानते हुए घोषणा की कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और चिकित्सा शिक्षा के निदेशक को पद से हटा दिया जाएगा।
ममता बनर्जी ने कही ये बात
चिकित्सकों के साथ बैठक के बाद बनर्जी ने कहा कि बातचीत ‘सफल’ रही और उनकी (चिकित्सकों) करीब ‘‘99 प्रतिशत मांगें मान ली गई हैं।’’ बता दें कि बीते कल सीएम ममता बनर्जी संग चिकित्सकों की हुई बैठक का कुछ खास परिणाम नहीं निकला है। बता दें कि इस बैठक में 42 डॉक्टर शामिल थे। ममता बनर्जी ने सभी डॉक्टरों से अलग-अलग बात की। बैठक खत्म होने के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने जूनियर डॉक्टरों की 99 फीसदी बातें मान ली है। मामले की जांच सीबीआई कर रही है। हमने डॉक्टरों की मूलत: तीन मांगे मानी है। डीएमई, डीएचए को पद से हटाया जाएगा।
(इनपुट-भाषा)