बंगाल के बाग में मिला महिला का अधजला शव, विवाद में BSF को भी घसीटा
भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक महिला का शव मिला, जिसके हाथ-पैर बंधे हुए थे, गला कटा हुआ था और चेहरा जला दिया गया था। महिला का शव मिलने के बाद बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर है।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक महिला का शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों को 26 सितंबर की सुबह अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग एक किलोमीटर दूर एक निर्जन स्थान पर इस महिला का शव मिला था, जिसके हाथ-पैर बंधे हुए थे, गला कटा हुआ था और चेहरा इस कदर जला दिया गया था कि उसकी शिनाख्त करना मुश्किल था। महिला का शव मिलने के बाद बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) कानून और व्यवस्था को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर हमलावर हैं।
"BSF केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है"
इस बीच, सत्तारूढ़ टीएमसी नेता ने इस विवाद में सीमा सुरक्षा बल (BSF) को भी घसीट लिया। एक बयान में टीएमसी के राज्य महासचिव और पश्चिम बंगाल में पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया है कि उस महिला का शव जो पूरी संभावना है कि बांग्लादेशी नागरिक थी, सीमा के करीब पाया गया। घोष ने कहा कि बीएसएफ को सीमा बिंदू से 50 किलोमीटर के क्षेत्रों में गतिविधियों की निगरानी करनी है। बीएसएफ केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है, इसलिए यह केंद्र सरकार और बीजेपी को जवाब देना है कि वह महिला वहां तक कैसे पहुंची और यह त्रासदी कैसे हुई। जहां तक राज्य पुलिस का सवाल है तो वे अपना जांच कार्य कुशलतापूर्वक कर रहे हैं।
राज्य प्रशासन से कार्रवाई रिपोर्ट की मांग
बीजेपी सूचना प्रौद्योगिकी सेल के प्रमुख अमित मालिविया और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की ओर से इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल सरकार और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ तीखा हमला करने के बाद एनसीडब्ल्यू ने भी इसे लेकर सवाल उठाया। एनसीडब्ल्यू ने पांच दिनों के भीतर मामले में राज्य प्रशासन से एक व्यापक कार्रवाई रिपोर्ट की मांग की है और लिखा है, "पश्चिम बंगाल के बशीरहाट के स्वरूपनगर में हुई भयावह घटना से स्तब्ध और गहरा दुखी हूं। लड़की के साथ बेरहमी से बलात्कार किया गया और उसे जला दिया गया। पीड़िता पर जो अत्याचार हुआ वह शब्दों से परे है। राष्ट्रीय महिला आयोग तत्काल कार्रवाई की मांग करता है। हमने मामले का संज्ञान लिया है और पुलिस से तेजी से जांच करने को कहा है।"
"महिला एक बांग्लादेशी नागरिक थी"
वहीं, बशीरहाट जिले के पुलिस अधीक्षक जॉबी थॉमस एस के ने शुरुआती जांच के बाद कहा कि महिला एक बांग्लादेशी नागरिक थी, जो मुंबई में एक ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। उन्होंने बताया कि वह बांग्लादेश लौट रही थी, तभी पैसों के लिए उसकी कथित तौर पर हत्या कर दी गई। थॉमस ने स्वरूपनगर थाने में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ऐसे लोग बांग्लादेश लौटते समय आमतौर पर अच्छी मात्रा में धन और आभूषण ले जाते हैं। लेकिन शव के पास मिले पीड़िता के बैग से कुछ नहीं मिला। इसलिए, हमें संदेह है कि हत्या से पहले उसके साथ लूटपाट की गई थी।” उन्होंने बताया कि पुलिस को महिला के बैग से बांग्लादेश के फरीदपुर के पते वाला चश्मे का एक डिब्बा मिला है, जिससे उसकी पहचान सुनिश्चित की जा सकी।
- IANS इनपुट