हड़ताल खत्म करेंगे जूनियर डॉक्टर्स? ममता सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया, तत्काल काम पर लौटने का किया अनुरोध
मुख्य सचिव ने हड़ताली डॉक्टर्स को लिखी चिट्ठी में कहा है कि सकारात्मक बातचीत से समस्याओं का समाधान करने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद मचा बवाल अभी तक थमा नहीं है। जूनियर डॉक्टर्स अभी तक काम पर वापस नहीं लौटे हैं। ऐसे में एक बार फिर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव की ओर से एक चिट्ठी जूनियर डॉक्टर्स को भेजी गई है, जिसमें उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है। इस चिट्ठी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी उल्लेख किया गया है।
नबन्ना में होगी बातचीत
मुख्य सचिव की ओर से भेजी गई चिट्ठी में डॉक्टर्स से अनुरोध किया गया है कि वे बातचीत के लिए आज शाम पश्चिम बंगाल के सचिवालय (नबन्ना) में अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ आएं। प्रतिनिधिमंडल में 12 से 15 लोग हों। मुख्य सचिव ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि सकारात्मक बातचीत से समस्याओं का समाधान करने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। मुख्य सचिव ने लिखा कि पिछले 32 दिनों से लोगों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं जो कि गंभीर चिंता का विषय है।
जूनियर डॉक्टर्स ने भेजा था ई-मेल
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक ई-मेल भेजकर जूनियर डॉक्टर के साथ रेप उसकी हत्या की घटना के बाद उत्पन्न गतिरोध पर चर्चा के लिए समय मांगा था। एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री को बैठक के लिए चिट्ठी लिखी है, जो आज या कल कभी भी और उनकी पसंद के अनुसार कहीं भी आयोजित की जा सकती है। लेकिन, बैठक का सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए।’’
अपनी मांगों पर डटे हैं जूनियर डॉक्टर्स
राज्य के स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के बाहर 22 घंटे से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारी डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल, राज्य के स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक (डीएचई) और स्वास्थ्य सेवा निदेशक (डीएचएस) को उनके पदों से हटाया जाए।
सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन भी खत्म
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन खत्म होने के बाद भी जूनियर डॉक्टर्स ने अपना प्रदर्शन खत्म नहीं किया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार शाम 5 बजे तक डॉक्टर्स को काम पर लौटने की डेडलाइन दी थी लेकिन डॉक्टर्स ने प्रदर्शन जारी रखा। आरजी कर अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर की मौत के बाद नौ अगस्त से जूनियर डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। महिला डॉक्टर से ड्यूटी के दौरान रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना से देश भर में आक्रोश फैल गया और प्रदर्शन हुए।
(रिपोर्ट-ओंकार, कोलकाता)