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Hindi News पश्चिम बंगाल Video: कागज की तरह मुड़ गया ट्रेन का डब्बा, मालगाड़ी भी बेपटरी, हादसे के बाद डरावना था मंजर

Video: कागज की तरह मुड़ गया ट्रेन का डब्बा, मालगाड़ी भी बेपटरी, हादसे के बाद डरावना था मंजर

जलपाईगुड़ी ट्रेन हादसे में दोनों ट्रेनों के बीच टक्कर इतनी तेज थी कि कंचनजंगा एक्सप्रेस का आखिरी कोच हवा में उठ गया। पीछे का कोच कागज की तरह मुड़ गया और मालगाड़ी भी बेपटरी हो गई।

Train Accident- India TV Hindi Image Source : INDIA TV जलपाईगुड़ी ट्रेन हादसा

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुए भीषण ट्रेन हादसे का वीडियो सामने आया है। हादसे के बाद रिकॉर्ड किए गए इस वीडियो को देखकर समझा जा सकता है कि दोनों ट्रेनों के बीच टक्कर कितनी तेज थी। घटना स्थल पर ट्रेन की बोगियों के पुर्जे बिखर गए। एक डिब्बा कागज की तरह मुड़ गया। मालगाड़ी के डिब्बे भी बेपटरी हो गए। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हैं। अभी भी लोगों को बचाने का काम जारी है। ऐसे में इस हादसे में जान गंवाने वालों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है।

कैसे हुआ हादसा?

शुरुआती रिपोर्ट में सामने आया है मालगाड़ी के ड्राइवर ने गलती की थी। लोको पायलट ने सिग्नल तोड़ते हुए कंचनजंगा एक्सप्रेस में पीछे से टक्कर मार दी। कंचनजंगा एक्सप्रेस त्रिपुरा सबरूम से लेकर पश्चिम बंगाल के सियालदह तक चलती है। यह ट्रेन जलपाईगुड़ी जंक्शन के पास खड़ी थी। ऐसे में पीछे से आ रही मालगाड़ी के लिए रेड सिग्नल था और नियम के अनुसार मालगाड़ी को रेड सिग्नल से पहले रुक जाना था। हालांकि, मालगाड़ी के लोको पायलट ने सिग्नल पर ध्यान नहीं दिया और उसकी लापरवाही के कारण मालगाड़ी दनदनाते हुए कंचनजंगा एक्सप्रेस से जा टकराई। हादसे में लोको पायलट की मौके पर ही मौत हो गई।

मालगाड़ी भी बेपटरी

टक्कर इतनी तेज थी कि कंचनजंगा एक्सप्रेस का सबसे आखिर कोच हवा में उठ गया और मालगाड़ी का इंजन इसके नीचे चला गया। ट्रेन का आखिरी डिब्बा पार्सल का था। ऐसे में इस डिब्बे में कोई सवार नहीं था। हालांकि, इसके आगे दो सामान्य बोगियां थीं, जिनमें आमतौर पर बड़ी संख्या में यात्री सवार होते हैं। इन्हीं दोनों बोगियों को ज्यादा नुकसान हुआ है। वहीं, मालगाड़ी के डिब्बे भी पटरी से उतर गए और कुछ डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए। कई कोच क्षतिग्रस्त हुए और उनके टूटे हुए पुर्जे रेलवे ट्रैक के किनारे बिखर गए। कई लोग ट्रेन के कोच के अंदर फंसे हुए थे, लेकिन कोच इस तरह मुड़ गया था कि उन्हें निकालने में भी काफी मुश्किल आई।