West Bengal News: राष्ट्रपति चुनाव से दो दिन पहले शनिवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘आदिवासी विरोधी’ करार देते हुए जगह-जगह पोस्टर लगाए। इन पोस्टरों में दावा किया गया है कि NDA की उम्मीदवार एवं आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं कर TMC प्रमुख ने अपनी ‘आदिवासी विरोधी मानसिकता’ प्रदर्शित की है। मालदा, झारग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर में चस्पा किए गए पोस्टर में कहा गया है,‘‘एक ऐसी शख्सियत, जो आदिवासी महिला हैं, का समर्थन नहीं कर सीएम ममता बनर्जी ने अपनी आदिवासी विरोधी मानसिकतता प्रदर्शित की है।’’
पूरे राज्य में लगाए गए 50,000 पोस्टर
BJP के एक बयान के अनुसार जनजातीय क्षेत्रों समेत पूरे राज्य में ऐसे 50,000 पोस्टर लगाये गए हैं। माल्दाहा उत्तर से भाजपा सांसद खगेन मुर्मू ने कहा, ‘‘द्रौपदी मुर्मू एक आदिवासी महिला हैं जो बहुत गरीब पृष्ठभूमि से आती हैं। वह आज जिस मुकाम पर हैं, वहां पहुंचने के लिए उन्होंने अपने तरीके से संघर्ष किया। उनकी जीवन यात्रा प्रेरणादाई गाथा है। उनका समर्थन नहीं कर बनर्जी ने दिखा दिया कि वह न तो महिला सशक्तिकरण और न ही आदिवासियों को लेकर गंभीर हैं।’’
सीएम ममता को बीजेपी से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं हैं: TMC
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि बनर्जी आदिवासियों एवं दलितों के उत्थान के लिए कटिबद्ध हैं और उन्हें BJP से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं हैं। तृणमूल कांग्रेस सांसद सुखेंदु शेखर राय ने कहा, "भाजपा का ट्रैक रिकार्ड देखिए, कैसे उसने दलितों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए हैं। वह ऐसा बेतुका आरोप लगा रही है पश्चिम बंगाल में उसके पैरों तले जमीन तेजी से खिसक रही है।"