पश्चिम बंगाल विधानसभा का विस्तारित मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू होगा और यह आठ दिन तक चलने की संभावना है। विधानसभा के सूत्रों ने यह जानकारी दी। राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि सदन का कामकाज अभी तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘विस्तारित मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू होगा और अगले सात-आठ दिन चलेगा। सदन के कामकाज के बारे में 21 अगस्त को सर्वदलीय और कार्य मंत्रणा समिति की बैठकों में फैसला किया जाएगा।’’ सूत्रों ने बताया कि ये विस्तारित मानसून सत्र कई मुद्दों को लेकर खासा हंगामेदार रहने वाला है।
राज्यपाल के हस्तक्षेप पर आ सकता है प्रस्ताव
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के भीतर इस बात पर चर्चा हो रही है कि क्या राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र से संबंधित मामलों में राजभवन के हस्तक्षेप पर विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। लेकिन अब तक कुछ भी तय नहीं हुआ है। इस मामले पर 21 अगस्त को सर्वदलीय बैठक में चर्चा की जाएगी।’’ विधानसभा का मानसून सत्र 26 जुलाई को शुरू हुआ और अगस्त के पहले सप्ताह तक चला। विभिन्न ग्राम परिषदों में बोर्ड गठन प्रक्रिया के कारण सदन की कार्यवाही को 15 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था। इन ग्राम परिषदों में जुलाई में चुनाव हुए थे।
किन मुद्दो पर सदन में छिड़ेगा संग्राम
बताया जा रहा है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भाजपा द्वारा विरोध-प्रदर्शन की संभावनाओं के साथ ये सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है। जहां एक ओर तृणमूल कांग्रेस राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस की कार्यशैली के खिलाफ सदन में एक प्रस्ताव लाने की योजना बना रही है। तो दूसरी ओर भाजपा जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) में मामलों को नियंत्रित करने में राज्य शिक्षा विभाग की कथित विफलताओं पर एक प्रस्ताव लाने के लिए तैयार है। हाल ही में कथित रैगिंग के कारण 10 अगस्त को एक छात्र की मौत हो गई।
(इनपुट- PTI)
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