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Hindi News पश्चिम बंगाल पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 2,954 मामले सामने आए, 56 की मौत

पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 2,954 मामले सामने आए, 56 की मौत

पश्चिम बंगाल में गुरुवार (6 अगस्त) को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 2,954 नये मामले सामने आए जिससे राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 86,854 हो गई।

West Bengal kolkata coronavirus cases till 6 August - India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO West Bengal kolkata coronavirus cases till 6 August 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में गुरुवार (6 अगस्त) को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 2,954 नये मामले सामने आए जिससे राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 86,854 हो गई। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी। इसने कहा कि बुधवार की शाम से करीब 56 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 1,902 हो गई है। विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि 56 मृतकों में से 27 कोलकाता के हैं। पिछले 24 घंटे में विभिन्न अस्पतालों से 2,061 लोगों को छुट्टी मिली है। बुलेटिन में बताया गया कि बुधवार से राज्य में करीब 25,224 नमूनों की जांच की गई है।

कोरोना वायरस से संक्रमित माकपा के वरिष्ठ नेता श्यामल चक्रवर्ती का निधन 

माकपा के वरिष्ठ नेता श्यामल चक्रवर्ती का कोविड-19 के चलते गुरुवार (6 अगस्त) को 76 वर्ष की आयु में कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनकी पार्टी ने यह जानकारी दी। ट्रेड यूनियन नेता चक्रवर्ती 1982 से 1996 तक, तीन बार पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री रहे। उन्हें 30 जुलाई को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह दो बार राज्यसभा सदस्य भी रहे। पार्टी के एक नेता ने कहा, ''आज दोपहर उनका निधन हो गया। वह बीते कुछ दिन से वेंटिलेटर पर थे।'' 

अस्पताल के एक प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवर्ती निमोनिया से पीड़ित थे और उन्हें दो बार हार्ट अटैक आया। पहले हार्ट अटैक को तो उन्होंने सहन कर लिया, लेकिन दूसरे हृदयाघात के बाद उनका निधन हो गया। चक्रवर्ती के परिवार में उनकी बेटी ऊषासी चक्रवर्ती हैं, जो अभिनेत्री हैं। वह 2008 से 2014 तक राज्य सभा के सदस्य रहे। इससे पहले वह 1981 से लेकर 1996 तक विधायक रहे थे। चक्रवर्ती सबसे अधिक समय तक सीटू की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष रहे नेताओं में शुमार थे। वह 2003 से 2017 के बीच सीटू के अध्यक्ष रहे। 60 के दशक में राजनीति में कदम रखने वाले चक्रवर्ती के संगठनात्मक कौशल और भाषण कला को सबसे पहले वरिष्ठ वामपंथी नेता प्रमोद दासगुप्ता ने पहचाना। दासगुप्ता ने बिमान बोस, अनिल विश्वास, सुभाष चक्रवर्ती और बुद्धदेव भट्टाचार्य के साथ श्यामल चक्रवर्ती को पार्टी की अगली पीढ़ी के नेता के तौर पर तैयार किया। 

माकपा ने ट्वीट किया, ''आज श्रमिक वर्ग और देश के वामपंथी आंदोलन ने एक महत्वपूर्ण आवाज को हमेशा के लिये खो दिया।'' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनके निधन से पश्चिम बंगाल की राजनीति में खालीपन पैदा हो गया है। बनर्जी ने कहा, ''वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद तथा बंगाल के पूर्व मंत्री श्यामल चक्रवर्ती के निधन से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों के साथ हैं।'' भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप घोष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी चक्रवर्ती के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से जान गंवाने वाले चक्रवर्ती दूसरे बड़े नेता हैं। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के विधायक तमोनाश घोष का इस महामारी से जून में निधन हो गया था। बुधवार को विधाननगर नगर निगम के पार्षद सुभाष बोस का भी कोविड-19 के चलते निधन हो गया था।