West Bengal: पश्चिम बंगाल क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) ने नकद जब्ती मामले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के तीन विधायकों में से एक के आवास पर बुधवार को छापा मारा और वहां से 5 लाख रुपये और एक एसयूवी बरामद की। एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
इरफान अंसारी के आवास पर छापा
CID के एक दल ने झारखंड के जामताड़ा में इरफान अंसारी के आवास पर छापा मारा और नेता के परिवार के सदस्यों से बात की। अधिकारी ने कहा, ‘‘इस एसयूवी का इस्तेमाल कोलकाता से 75 लाख रुपये नकद लाने के लिए किया गया था। हमें शहर के लालबाजार इलाके से CCTV फुटेज मिली है। यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। हमने अंसारी के आवास पर छापेमारी के दौरान 5 लाख रुपये भी जब्त किए।’’
कारोबारी महेंद्र अग्रवाल को किया था गिरफ्तार
झारखंड के कांग्रेस विधायकों- इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 31 जुलाई को हावड़ा जिले के पांचला में NH-16 पर उनकी गाड़ी से 49 लाख रुपये नकद बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की जांच CID ने अपने हाथ में लेने के बाद कारोबारी महेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया, जिसने कथित तौर पर तीनों विधायकों को जब्त नकदी की आपूर्ति की थी।
कांग्रेस ने BJP पर लगाया था आरोप
बता दें कि कांग्रेस झारखंड में JMM के नेतृत्व वाली सरकार का एक हिस्सा है। कांग्रेस पार्टी अपने 3 विधायकों की गिरफ्तारी के बाद आरोप लगाया था कि BJP विधायकों को 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश करके हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही थी। कांग्रेस ने कथित साजिश में असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के नाम को भी घसीटा, लेकिन इन आरोपों को BJP ने खारिज कर दिया। BJP ने दावा किया था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) नकदी मिलने के बाद अपने स्वयं के भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश कर रही है।
हिरासत में तीनों विधायक
झारखंड के कांग्रेस विधायकों को 30 जुलाई को हावड़ा के रानीहाट मोड़ के पास पकड़ा गया था। बंगाल पुलिस ने उनके पास से 49 लाख रुपये नकदी भी बरामद किए थे। इसके बाद तीनों को हिरासत में ले लिया गया था और अगले दिन यानी 31 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था।