कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में सीबीआई की टीम हिंसा की जांच के लिए पहुंची है। सीबीआई ने सशस्त्र दंगों के संदिग्ध अपराध वाले मामले में जो एफआईआर की है, उसमें धारा 147, 148, 149 और अन्य धाराओं के तहत 21 आरोपियों को नामजद किया गया है।
बता दें कि कोलकाता हाईकोर्ट ने रामपुरहाट मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि तमाम सबूत और घटना से उत्पन्न हालात ये बताते हैं कि राज्य की पुलिस इसकी जांच नहीं कर सकती। इसके बाद ये मामला सीबीआई के पास चला गया था।
हालांकि इस हिंसा मामले में पहले कोलकाता हाईकोर्ट ने ये कहा था कि जांच का पहला मौका राज्य की पुलिस को दिया जाना चाहिए। उस वक्त ये बात कहते समय कोर्ट ने सीबीआई जांच की मांग नहीं मानी थी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हिंसा फैल गई थी। इस हिंसा के दौरान कई घरों में आगजनी की गई थी और कई लोगों की मौत हुई थी। जब इस मामले में फॉरेंसिंक रिपोर्ट सामने आई थी तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। तब ये पता लगा था कि हत्या से पहले मृतकों को बुरी तरह पीटा गया था।
इस मामले के सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल में हड़कंप मच गया था और बीजेपी-टीएमसी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई थी। इसके बाद टीएमसी के नेताओं ने गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने की मांग की थी।