West Bengal Primary School Reopen News: कोविड-19 महामारी की स्थिति में सुधार के मद्देनजर पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 16 फरवरी से सामान्य रूप से कक्षाओं के संचालन की अनुमति दी। हालांकि नाइट कर्फ्यू (Bengal Night Curfew) पहले की ही तरह रात 12 से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। लेकिन इस दौरान जरूरी और इमरजेंसी सर्विसेज को आवाजाही की परमिशन रहेगी। सभी आईसीडीएस (Integrated Child Development Services) सेंटर्स भी खोल दिए जाएंगे, इस बारे में महिला और बाल विकास विभाग अलग से एसओपी (Standard operating procedure) जारी करेगा।
स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया पर सख्ती से अमल के साथ करीब दो साल के बाद निचली कक्षाओं के सामान्य संचालन की अनुमति दे दी गई है। ऊपरी कक्षाओं के लिए सामान्य रूप से पढ़ाई पहले ही शुरू हो चुकी है। राज्य में पहले से लागू लॉकडाउन को 28 फरवरी तक बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने कहा कि उसी दिन से सभी आईसीडीएस केन्द्रों का संचालन भी शुरू होगा।
राज्य सरकार द्वारा घोषित कोविड प्रतिबंधों के ताजा रिपोर्ट में यह जिक्र किया गया है कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय बुधवार (16 फरवरी) से काम करना शुरू कर देंगे। राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि सभी आंगनबाडी केंद्र भी उसी दिन से खुलेंगे। हालांकि, राज्य सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग को स्कूलों को फिर से खोलने की व्यवस्था के संबंध में एक विस्तृत डिजाइन तैयार करने को कहा है।
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के शिक्षा विभाग से स्कूलों को फिर से खोलने के बारे में सोचने को कहा था। मुख्यमंत्री ने कहा था, "उच्च कक्षाएं और कॉलेज खोले गए हैं और अब हमें प्राथमिक वर्गों के उद्घाटन के बारे में सोचने की जरूरत है। हम 50 प्रतिशत छात्रों के साथ कक्षाएं शुरू करने के बारे में भी सोच सकते हैं। हमें स्कूल के अधिकारियों से बात करने की जरूरत है कि क्या वैकल्पिक दिनों में कक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं।"
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, "राज्य के शिक्षा विभाग को तंत्र का एक विस्तृत डिजाइन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। यह उसी पर काम कर रहा है और स्कूलों को थोड़े समय के भीतर सूचित किया जाएगा।" राज्य सरकार ने पहले ही फरवरी से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को फिर से खोल दिया है और स्कूलों के निचले वर्गों को खोलने का दबाव था। स्कूली शिक्षा की खराब स्थिति को देखते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने भी राज्य सरकार से जल्द से जल्द स्कूलों को फिर से खोलने के लिए कहा था।