WBSSC Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) भर्ती घोटाले में एजेंसी की चल रही जांच के सिलसिले में शनिवार को एक कोचिंग संस्थान के विभिन्न कार्यालयों पर छापेमारी की। मिनर्वा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के कार्यालयों पर छापे मारने के अलावा, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने इसके मालिक तापस कुमार मंडल के आवास पर भी छापा मारा, जो तृणमूल कांग्रेस विधायक के करीबी सहयोगी और पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के साथ थे, जो इस समय घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए ईडी की हिरासत में हैं।
कोचिंग के अन्य कार्यलयों पर ED ने छापेमारी की
कामाख्या बालक आश्रम और कामाख्या शिक्षा संस्थान नामक मंडल के स्वामित्व और प्रबंधन वाली दो अन्य संस्थाओं के कार्यालयों पर भी छापे और तलाशी अभियान चलाया गया। ED के सूत्रों ने कहा कि मिनर्वा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी अलग-अलग जॉब ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स संचालित करता था और केंद्रीय एजेंसी को संदेह है कि, वास्तव में इस संस्थान ने अपात्र उम्मीदवारों और डब्ल्यूबीएसएससी और डब्ल्यूबीजेईई दोनों में शिक्षक भर्ती अनियमितताओं में खल करने वालों के बीच एक सेतु का काम किया होगा।
ED ने कार्यालयों से कई दस्तावेज बरामद किए
पता चला है कि केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को मंडल और उसके परिवार से भी लंबी पूछताछ की। अधिकारियों ने छापेमारी कर कार्यालयों से कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं। हालांकि, ईडी के अधिकारी उन विषयों पर चुप्पी साधे हुए थे, जिन पर मंडल और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई थी।