कोलकाता में लेडी डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टरों की मांगों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मान लिया है। सीएम सीएम ने पांच में से तीन मांगें मान लेने का ऐलान किया। इस बीच, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने सीएम के तरीके पर सवाल उठाते हुए इस्तीफा मांगा है। डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि पहले वह कह रही थी कि वह सीपी को नहीं हटाएगी। बंगाल के लोग मांग कर रहे थे कि कार्रवाई की जाए। बंगाल के चप्पे -चप्पे में आंदोलन चल रहा था बंगाल की जनता मांग कर रही थी की एक्शन लिया जाए। बंगाल की जनता इस मुख्यमंत्री के ऊपर पूरा विश्वास खो चुकी है।
"मुख्य आरोपी ममता बनर्जी हैं"
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी जानती है कि यह सरकार की विफलता है और अगर इसके लिए किसी को जिम्मेदारी जाती है, तो वह न तो कोई पुलिस अधिकारी है और न ही कोई और, मुख्य आरोपी ममता बनर्जी हैं। सबूत को मिटाने में पुलिस-प्रशासन का पूरा हाथ लगता है। विनीत गोयल और डीसी नॉर्थ को आप हटा देंगे और लोग बच जाएंगे, ऐसा नहीं चलेगा? इनको सजा मिलनी है। अगर इन्होंने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है तो सजा मिलनी चाहिए। बीजेपी की मांग है कि सीएम ममता बनर्जी को इस्तीफा देना चाहिए। इससे कम हमें कुछ मंजूर नहीं है।
सीपी समेत चार अधिकारियों पर गिरी गाज
आरजी कर अस्पताल रेप मर्डर मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा एक्शन लेते हुए कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और डिप्टी कमिश्नर (नॉर्थ) समेत चार अफसरों को हटाने का ऐलान किया है। वहीं, चिकित्सा शिक्षा निदेशक कौस्तुव नायक और स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक देबाशीष हलधर को हटाने की प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों की मांग को सीएम बनर्जी ने मान लिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जूनियर डॉक्टरों के साथ दो घंटे की बैठक के बाद राज्य सरकार के शीर्ष चार अधिकारियों को हटाने पर सहमत हो गई हैं। (IANS)
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