TMC on PFI Ban: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को भारत में पांच साल के लिए बैन कर दिया गया है। इसे लेकर कई पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई। पीएआई को लेकर बोलते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आरएसएस (RSS) पर जमकर हमला बोला। लालू यादव ने कहा कि पहले RSS पर बैन लगाया जाना चाहिए। वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इस मामले पर टिप्पणी करने से परहेज किया।
सरकार ने की पांच साल का प्रतिबंध लगाने की घोषणा
PFA बैन पर टीएमसी की ओर से टिप्पणी करने से परहेज करने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर उसकी चुप्पी को लेकर सवाल उठाया। केंद्र सरकार ने बुधवार को पीएफआई और उसके कई सहयोगी संगठनों पर आईएसआईएस (ISIS) जैसे वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ संबंध होने का आरोप लगाते हुए गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत पांच साल का प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
"हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते- सौगत रॉय
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय ने कहा, "हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। यह हमारा आधिकारिक रुख है कि हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।" टीएमसी की चुप्पी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई ने पूछा कि बंगाल की सत्ताधारी पार्टी हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चुप्पी साधे रखना क्यों पसंद करती है।
Image Source : PTIWest Bengal CM Mamata Banerjee
टीएमसी का राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चुप्पी साधे रखने का रिकॉर्ड रहा है- भट्टाचार्य
बीजेपी की राज्य इकाई के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, "बीजेपी सरकार की आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति रही है, लेकिन जो बात हमें सबसे ज्यादा हैरान कर रही है वह यह है कि पश्चिम बंगाल में भी PFI की गतिविधियां होने के बावजूद राज्य की सरकार इस मामले पर चुप है। हालांकि, टीएमसी का राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चुप्पी साधे रखने का रिकॉर्ड रहा है। उनके लिए वोट सबसे ज्यादा मायने रखते हैं।"
गौरतलब है कि सरकर ने PFI के अलावा RIF, CFI, AIIC, NCHRO, नेशनल वीमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन, केरल जैसे सहयोगी संगठनों पर भी बैन लगाया गया है।