भारत बंद पर 'विपक्षी एकता' को झटका? TMC ने कहा बंद सिद्धांतों के खिलाफ
पूर्वी भारत के सबसे बड़े राज्य पश्चिम बंगाल में सत्ता रूढ़ पार्टी तृण मूल कांग्रेस यानि टीएमसी ने इस बंद को सिद्धांतों के खिलाफ मानते हुए खुद को इस बंद से अलग कर लिया है।
केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ जहां किसान एक जुट होकर दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों ने 8 दिसंबर यानि मंगलवार को भारत बंद का ऐलान किया है। वहीं विपक्षी दलों ने भी इस मौके को भुनाते हुए बंद को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। लेकिन इसी बीच विपक्ष की एकता में सेंध भी लगती दिख रही है। पूर्वी भारत के सबसे बड़े राज्य पश्चिम बंगाल में सत्ता रूढ़ पार्टी तृण मूल कांग्रेस यानि टीएमसी ने इस बंद को सिद्धांतों के खिलाफ मानते हुए खुद को इस बंद से अलग कर लिया है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद सौगात रॉय ने आज कहा कि टीएमसी अपनी मांगों के लिए आंदोलन कर रहे किसानों को अपना समर्थन दे रही है। लेकिन पार्टी 8 दिसंबर को बुलाए गए बंद को समर्थन नहीं देती है। यह बंद सिद्धांतों के खिलाफ है। ऐसे में पार्टी पश्चिम बंगाल में इस बंद को किसी भी प्रकार का समर्थन नहीं देगी।
किसान आंदोलन के साथ 18 पार्टियां
किसानों के बुलाए बंद के बीच विपक्षी एकता एक बार फिर सामने दिख रही है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ विपक्षी दलों समेत कई क्षेत्रीय संगठनों ने किसान संगठनों की ओर से 8 दिसंबर को किए गए ‘भारत बंद’ के आह्वान को अपना समर्थन दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख एम के स्टालिन तथा गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला समेत प्रमुख विपक्षी नेताओं ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी कर किसान संगठनों द्वारा बुलाये गये ‘भारत बंद’ का समर्थन किया और केंद्र पर प्रदर्शनकारियों की वैध मांगों को मानने के लिये दबाव बनाया।
आप और शिवसेना ने भी दिया समर्थन
आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘भारत बंद’ के आह्वान का समर्थन किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को यह जानकारी दी। केजरीवाल ने कहा कि देशभर में आप कार्यकर्ता राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन करेंगे। उन्होंने सभी नागरिकों से किसानों का समर्थन करने की अपील की।महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने ‘भारत बंद’ को रविवार को अपना समर्थन दे दिया। राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई ने कहा, ''शिवसेना के अध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसान-विरोधी तथा श्रमिक-विरोधी केन्द्रीय कानूनों के खिलाफ हैं। हम भारत बंद का समर्थन करते हैं।''