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Hindi News पश्चिम बंगाल TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने अधीर रंजन चौधरी पर लगाए गंभीर आरोप, बोले- इन्हीं के कारण बंगाल में टूटा I.N.D.I.A

TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने अधीर रंजन चौधरी पर लगाए गंभीर आरोप, बोले- इन्हीं के कारण बंगाल में टूटा I.N.D.I.A

पश्चिम बंगाल की सियासत अब गरमाती दिख रही है। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर हमला बोला है।

अभिषेक बनर्जी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO अभिषेक बनर्जी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अधीर रंजन चौधरी पर गंभीर लगाए हैं। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में INDI अलाएंस अधीर रंजन चौधरी के कारण टूटा है। टीएमसी नेता ने अधीर रंजन पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में I.N.D.I.A नहीं है, वजह सिर्फ और सिर्फ अधीर रंजन चौधरी हैं। वह धोखा करते हैं, आम जनता के प्रति वफादार नहीं है, उन्हें वोट मत देना।

ममता बनर्जी ने भी बोला था हमला

इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले दिनों वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी पर निशाना साधा था। उन्होंने टीएमसी उम्मीदवार यूसुफ पठान के समर्थन में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने यूसुफ पठान को बहुत ही उम्मीदों से यहां से मैदान में उतारा है। मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप उन्हें जिताएं। क्या आप एक बार फिर बीजेपी के सहयोगियों को जिताना चाहते हैं? अब बदलाव का समय आ गया है।

अधीर रंजन को कहा गठबंधन का गद्दार

ममता बनर्जी ने अधीर रंजन चौधरी को बीजेपी को एजेंट बताते हुए कहा कि अधीर I.N.D.I.A गठबंधन का गद्दार है। टीएमसी को बहरामपुर में कभी जीत नहीं मिली। कांग्रेस लगातार झूठे वादे कर बीजेपी और सीपीएम के सहयोग से जीतती आई है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अधीर रंजन चौधरी इंडिया ब्लॉक के गद्दार हैं। आप अपना कीमती वोट टीएमसी को दीजिए और यूनुस पठान की जीताएं।

एक बार भी नहीं जीत पाई टीएमसी

गौरतलब है कि अधीर रंजन चौधरी अभी बहरामपुर की सीट से मौजूदा सांसद है और इस बार में इसी सीट से चुनावी मैदान में हैं। टीएमसी ने इस सीट से पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को टिकट दिया है। अधीर साल 1999 में पहली बार इस सीट से सांसद बने थे और तब से अभी तक वे 5 बार सांसद बन चुके हैं। बता दें कि बहरामपुर एक ऐसी सीट है, जिस पर टीएमसी अभी तक एक बार भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है।

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