कोलकाता। शॉटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा अपने बयानों से चर्चा में बने रहते हैं। हाल ही में टीएमसी पार्टी जॉइन करने के बाद उन्होंने पीएम मोदी से अपने आपको जोड़ते हुए एक खास बयान दिया है। शत्रुघ्न ने कहा कि यदि पीएम वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं तो मैं आसनसोल से क्यों नहीं लड़ सकता। पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए टीएमसी के उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा ने खुद को बाहरी बताने के लिये रविवार को भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ऐसा क्यों नहीं कहती, जो वाराणसी से चुनाव लड़ते हैं।
आसनसोल में उपचुनाव 12 अप्रैल और मतगणना 16 अप्रैल को
सिन्हा ने पश्चिम वर्धमान जिले के अंडल हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि उन्हें विश्वास है कि आसनसोल की जनता तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी के नाम पर वोट डालेगी, जो बंगाल के विकास के लिये हमेशा खड़ी रही हैं। सिन्हा ने कहा, 'यदि प्रधानमंत्री जैसी राष्ट्रीय हस्ती का कहीं और से चुनाव लड़ना स्वीकार्य है तो मेरे लिये भी यही होना चाहिए।' सुकांत मजूमदार और अग्निमित्र पॉल जैसे बंगाल भाजपा नेताओं ने हाल ही में सिन्हा को राज्य में बाहरी व्यक्ति के रूप में पेश किया है। आसनसोल लोकसभा सीट और बॉलीगंज विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिये 12 अप्रैल को मतदान होगा। मतगणना 16 अप्रैल को होगी।
पार्टी जॉइन करते समय ममता को कहा था 'बंगाल की बाघिन'
गौरतलब है कि अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने पिछले दिनों ममता बनर्जी की टीएमसी पार्टी जॉइन की थी। पार्टी जॉइन करते समय उन्होंने ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए उन्हें 'बंगाल की बाघिन' करार दिया था। उन्होंने अपने ट्वीट संदेश में लिखा था कि बंगाल की बाघिन... आजमाई हुई, परखी हुई और सफल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निमंत्रण पर मैं टीएमसी में शामिल हो गया हूं। सही मायने में एक महान महिला, जनता की महान नेता के गतिशील नेतृत्व में मैं चुनाव लड़ूंगा। इसके बाद उन्हें आसनसोल से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया।
बता दें कि इससे पहले शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस पार्टी में थे। नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल के बीच उन्हें तवज्जो न मिलने पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी। शत्रुघ्न बीजेपी में रहते हुए लगातार यशवंत सिन्हा के साथ मोदी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते रहे थे। इससे पहले वह अटलजी की भाजपा सरकार में मंत्री बने थे।