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Hindi News पश्चिम बंगाल शुभेंदु अधिकारी समेत 6 BJP नेता बंगाल विधानसभा सत्र से निलंबित, संदेशखाली हिंसा को लेकर भारी बवाल

शुभेंदु अधिकारी समेत 6 BJP नेता बंगाल विधानसभा सत्र से निलंबित, संदेशखाली हिंसा को लेकर भारी बवाल

पश्चिम बंगाल में विधानसभा में आज संदेशखालि हिंसा को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला। इस हंगामें के बीच विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत 6 बीजेपी विधायकों को निलंबित कर दिया गया है।

Suvendu Adhikari- India TV Hindi Image Source : PTI श्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और अग्निमित्रा पॉल सहित 6 भाजपा नेताओं को विधानसभा के अंदर अनियंत्रित और अव्यवस्थित व्यवहार को लेकर वर्तमान सत्र की बची हुई अवधि से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें राज्य विधानसभा के नियम 348 के तहत निलंबित किया गया है। यह प्रस्ताव पश्चिम बंगाल के संसदीय कार्य मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय द्वारा पेश किया गया और अध्यक्ष द्वारा सदन के समक्ष रखा गया और प्रस्ताव पारित हो गया।

ये 6 बीजेपी विधायक हुए निलंबित

विधानसभा सत्र से निलंबन के बाद शुभेंदु अधिकारी समेत बीजेपी विधायक विधानसभा हॉल में धरने पर बैठ गए हैं। जो विधायक निलंबित हुए हैं उनमें - शुभेंदु अधिकारी, शंकर घोष, अग्निमित्र पॉल, बंकिम घोष, मिहिर गोस्वामी, तापसी मंडल का नाम शामिल है। शुभेंदु अधिकारी समेत 6 विधायक अगली 17 तारीख तक निलंबित किए गए हैं।

निलंबन को शुभेंदु अधिकारी ने बताया 'गिफ्ट'

वहीं इस मामले पर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा महिलाओं के सम्मान को लेकर आवाज उठाती रहेगी। उन्होंने कहा कि हम संदेशखाली में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। हम लोग सदन के वेल में पहुंचे और अपनी आवाज उठाई। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि हमें विधानसभा के मौजूदा सत्र से सस्पेंड कर दिया गया है। यह सस्पेंशन हमारे लिए एक गिफ्ट है क्योंकि हम अपनी माताओं और बहनों के सम्मान की रक्षा करने की कोशिश कर रहे थे। 

संदेशखालि में क्या हुआ था?

गौरतलब है कि उत्तर 24 परगना जिले का संदेशखालि क्षेत्र पांच जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर भीड़ के हमले के बाद चर्चा में रहा था। अधिकारी कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में टीएमसी के स्थानीय पदाधिकारी शाहजहां शेख के परिसर की तलाशी के लिए वहां गए थे। संदेशखालि में 10 फरवरी को हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। संदेशखालि में हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। पिछले माह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम कथित राशन वितरण घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता शेख शाहजहां के आवास पर तलाशी लेने गई थी। इस दौरान भीड़ ने उस पर हमला कर दिया था। इसके बाद से ही शाहजहां फरार है। 

(रिपोर्ट- सुजीत दास)

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