पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुई हिंसा की जांच सीबीआई के हाथों में है। जांच एसेंजी ने आरोपी शेख शाहजहां पर धीरे-धीरे शिकंजा कसना भी शुरू कर दिया है लेकिन इस बीच शेख शाहजहां के दो मोबाइल फोन का कोई अता-पता नहीं है। जांचकर्ताओं के लिए इस मोबाइल को ढूंढना बेहद अहम है। सूत्रों के मुताबिक, 10 दिन की हिरासत के बाद भी शेख शाहजहां के 2 मोबाइल अब तक नहीं मिले हैं। दो मोबाइल फोन कहां गए, इसी मुद्दे पर शेख शाहजहां से पूछताछ की जाएगी।
पता चला है कि मोबाइल पर डिलीट किए गए टेक्स्ट या डिलीट किए गए कॉल हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए फॉरेंसिक भेजा जाएगा। सीबीआई शाजहां के दोनों मोबाइल फोन की लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही है, हालांकि सीडीआर या कॉल लिस्ट केवल फोन नंबर से ही उपलब्ध है। कॉल लिस्ट से पता चला है कि शाहजहां के पास ED के आने के समय सबसे पहला कॉल टीएमसी विधायक का आया था। शाहजहां ने कॉल कर के किस-किस को बुलाया था, उसके बारे में आज पूछताछ होगी।
29 फरवरी को हुआ था गिरफ्तार
दरअसल, ED के अधिकारी जनवरी में जब शेख शाहजहां के यहां छापेमारी के लिए गए थे, तब उसके समर्थकों ने उन पर हमला बोल दिया था। अधिकारियों की गाड़ी पर भी हमला किया गया था। लगभग दो महीने तक गिरफ्त से दूर रहने वाले शाहजहां शेख को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। शुरुआत में आरोपी की कस्टडी पश्चिम बंगाल पुलिस के पास थी। हालांकि, फिर अदालत के निर्देश के बाद उसे सीबीआई को सौंप दिया गया।
फोरेंसिक एक्सपर्ट ने शेख शाहजहां के घर से इकट्ठा किए सबूत
फिलहाल सीबीआई शेख शाहजहां की पूरी क्रिमिनल हिस्ट्री खंगाल रही है। सीबीआई की टीम शेख शाहजहां के घर पर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम के साथ भी गई थी। टीम ने कई दस्तावेज और सबूत इकठ्ठा किए हैं। सीबीआई ने एफआईआर में हत्या की कोशिश की धारा यानि आईपीसी 307 भी जोड़ी है। इस तरह सीबीआई धीरे-धीरे उसपर शिकंजा कसती चली जा रही है।
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