नई दिल्ली. शीर्ष बाल अधिकार निकाय एनसीपीसीआर ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) से पश्चिम बंगाल के कई स्कूलों में योजनाबद्ध तरीके से समलैंगिक संबंधों पर आधारित लघु फिल्मों के प्रदर्शन की योजना के संबंध में बुधवार को स्पष्टीकरण मांगा।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार, युवा फिल्म निर्माताओं द्वारा समलैंगिक संबंधों पर बनाई गईं आठ लघु फिल्मों को 'प्रयासम' के 'बैड एंड ब्यूटीफुल वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल' के लिए चुना गया है और पश्चिम बंगाल में शैक्षणिक संस्थानों के फिर से खुलने के बाद कई स्कूलों में इन फिल्मों को प्रदर्शित किया जाएगा।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा कि उसे इन खबरों के आधार पर शिकायत मिली है और राज्य से 10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीबीएफसी को लिखे पत्र में एनसीपीसीआर ने इस पत्र की प्राप्ति के 10 दिनों के भीतर उसे जवाब देने को कहा है।