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Hindi News पश्चिम बंगाल आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुए तोड़फोड़ मामले में पुलिस का बड़ा एक्शन, 9 लोगों को किया गिरफ्तार

आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुए तोड़फोड़ मामले में पुलिस का बड़ा एक्शन, 9 लोगों को किया गिरफ्तार

आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुए तोड़फोड़ मामले में कोलकाता पुलिस सख्त नजर आ रही है। कोलकाता पुलिस ने मामले में एक्शन लेते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुई तोड़फोड़- India TV Hindi Image Source : PTI आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुई तोड़फोड़

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बीती रात मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के भूतल पर आपातकालीन विभाग को पूरी तरह से तोड़ दिया गया। कल रात महंगी मशीनें, दवा भंडार, डॉक्टरों के चेंजिंग रूम, पुलिस बैरक में भी तोड़फोड़ की गई। बता दें कि अस्पताल के भूतल पर आपातकालीन विभाग को पूरी तरह से तोड़ दिया गया।

9 लोग हुए गिरफ्तार

आज इस मामले में पुलिस ने सख्ती दिखाई है और लोगों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। अभी तक पुलिस 9 लोगों तक पहुंच पाई है, इन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है। बीती रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में बीती रात डॉक्टरों के प्रदर्शन वाली जगह पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ घुस गई और अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने लगी। अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित इमरजेंसी वार्ड में भीड़ ने घुसकर जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान अस्पताल की कई महंगी मशीनें, दवा भंडार, डॉक्टरों के चेंजिंग रूम, पुलिस बैरक में जमकर तोड़फोड़ की गई। 

अस्पताल परिसर में की थी तोड़फोड़

लोगों ने बताया कि बीती रात 100 से 150 लोग अचानक आर जी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में घुस गए और सबसे पहले उस मंच पर तोड़ डाला, जहां डॉक्टर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उसके बाद पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। वहीं, अस्पताल के इमरजेंसी में दो वार्ड हैं, एक पुरुषों की इमरजेंसी और दूसरी महिलाओं की इमरजेंसी। दोनों वार्डों में भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ की। इमरजेंसी के सीसीयू से लेकर ऑब्जर्वेशन विभाग सबकुछ तहस-नहस कर दिया है।

बता दें कि पीजी ट्रेनी डॉक्टर के साथ किए गए जघन्य अपराध को लेकर कोलकाता के डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में अस्पताल में की गई तोड़फोड़ किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है। हालांकि मामले में अब सीबीआई जांच रह रही है।

(इनपुट- ओंकार सरकार)