कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की किसान शाखा द्वारा सिंगूर में विभिन्न मांगों को लेकर दिए गए धरने को समाप्त करने के लगभग 24 घंटे बाद, तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को उस स्थान का ‘‘शुद्धीकरण’’ किया, जहां विपक्षी दल ने 14 दिसंबर से तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन के लिए मंच का निर्माण किया था। पश्चिम बंगाल के मंत्री और स्थानीय विधायक बेचाराम मन्ना ने अपने समर्थकों के साथ हुगली जिले में विरोध स्थल पर गाय का गोबर डाला और गंगा जल छिड़का और एक पुजारी ने मंत्रों का जाप किया।
मन्ना ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सिंगूर की माताएं और बहनें बहुत परेशान हैं कि (तृणमूल कांग्रेस प्रमुख) ममता बनर्जी के नेतृत्व में किए गए कृषि-भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन की इस पवित्र भूमि को एक उस पार्टी द्वारा अपवित्र किया गया है, जिसके एक मंत्री के बेटे ने किसानों को कार से कुचल दिया।’’ मन्ना ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों को हर संभव मदद प्रदान की, जबकि भाजपा कॉरपोरेट घरानों के हितों के बारे में सोचती है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा चुनाव से पहले ही ‘‘किसानों की मांगों के लिए जागती है।’’
इस बीच भाजपा ने ‘‘शुद्धीकरण’’ अभियान को प्रचार का हथकंडा करार दिया। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस को पहले ईंधन पर वैट कम करना चाहिए, कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और संकटग्रस्त किसानों को मुआवजा देना चाहिए, तभी उसे इस तरह का नाटक करना चाहिए।’’
(इनपुट- भाषा)