गोंडा ट्रेन हादसे पर राजनीति शुरू, TMC ने सरकार को घेरा, महुआ मोइत्रा ने हर ट्रैक पर 'कवच' सिस्टम की मांग की
तृणमूल कांग्रेस की कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रेलवे नरेन्द्र मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के बाद रेलवे ‘‘आपातकालीन कक्ष’’ में पहुंच चुका है।
तृणमूल कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जिम्मेदार ठहराया है। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक ट्रेन के आठ डिब्बे मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गये। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी और 20 अन्य घायल हो गये। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर दुख और आश्चर्य जताया। साथ ही उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा के मुद्दे को सुलझाने में केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाया।
ममता बनर्जी ने इस दुर्घटना में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं जताईं। मुख्यमंत्री ममता ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''आज उत्तर प्रदेश के गोंडा में रेल दुर्घटना की एक और खबर सुनकर दुख हुआ। एक बार फिर ट्रेन पटरी से उतर गई और इस बार चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी। रेलवे अधिकारी क्या कर रहे हैं? भारत सरकार क्या कर रही है? यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। सरकार को कब होश आएगा?'' उन्होंने कहा, "शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती हूं।"
सुष्मिता देव-महुआ मोइत्रा ने साधा निशाना
टीएमसी की राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि रेलवे अब सुरक्षित नहीं है। तृणमूल कांग्रेस की कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रेलवे नरेन्द्र मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के बाद रेलवे ‘‘आपातकालीन कक्ष’’ में पहुंच चुका है। देव ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘एक और रेलगाड़ी पटरी से उतर गई। इस बार चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस! करोड़ों आम लोगों के लिए यात्रा का प्राथमिक साधन भारतीय रेल अब सुरक्षित नहीं रही।’’ देव ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
सभी ट्रैक पर कवच की मांग
महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में एक और रेल दुर्घटना। शर्मनाक अश्विनी वैष्णव - जुमला सरकार के 10 साल बाद भारतीय रेलवे आपातकालीन कक्ष में है।’’ मोइत्रा ने सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया और सभी रेलवे मार्गों पर स्वचालित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली (कवच) लगाये जाने की वकालत की। पश्चिम बंगाल में 17 जून को कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे एक मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गये थे, जिससे दस लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 40 अन्य घायल हो गये थे। (इनपुट- पीटीआई भाषा)
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