पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने गुरुवार को कहा कि वह पश्चिम बंगाल में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रभारी गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पार्टी की इकाई कम से कम 75 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और यह संख्या नेतृत्व से मंजूरी मिलने पर बढ़ सकती है। पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों के लिए चुनाव कुछ महीनों में होने हैं और भारतीय जनता पार्टी, जिसने पिछले साल के लोकसभा चुनाव में राज्य में शानदार प्रदर्शन किया था, वह इस चुनाव में सत्तारूढ़ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रमुख चुनौती होगी।
‘बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन बिहार तक सीमित’
बलियावी ने कहा कि उनकी पार्टी पहले भी पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है। उन्होंने कहा, ‘हम इस बार भी ऐसा करना चाहेंगे। हमारी पार्टी ने मालदा, सिलीगुड़ी, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया, बांकुरा और नंदीग्राम जैसे जिलों में बड़े पैमाने पर सदस्यता अभियान चलाया है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी उन जगहों पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आशान्वित है जहां बिहार से आए लोगों का प्रतिशत अधिक है। बलियावी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार के सुशासन की आस-पास के राज्यों में चर्चाएं हो रही हैं। जेडीयू का कहना है कि बीजेपी के साथ उसका गठबंधन बिहार तक ही सीमित है।
‘बीजेपी को नीतीश को साथ लेने पर विचार करना चाहिए’
बता दें कि जनता दल युनाइटेड ने कर्नाटक और गुजरात जैसे राज्यों में बीजेपी के साथ गठजोड़ किए बिना चुनाव लड़ा था। अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है, जबकि जेडीयू मुख्य विपक्षी दल है। हालांकि जेडीयू ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ गठबंधन में लड़ा था। एक सवाल का जवाब देते हुए बलियावी ने कहा उनकी राय है कि बीजेपी को नीतीश कुमार को साथ लेने (पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में) के बारे में विचार करना चाहिए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो हर दल को अपने जनाधार के विस्तार का अधिकार है। (भाषा)