Mamta Banerjee: मुख्यमंत्री आवास में सुरक्षा कर्मियों से बचकर रातभर वहां एक व्यक्ति के छुपे रहने के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पकडे गए आरोपी ने बताया कि वह मुख्यमंत्री आवास को कोलकाता पुलिस का मुख्यालय समझ कर गया था। हालांकि वह यह नहीं बता सका कि वह मुख्यालय क्यों जाना चाहता था? पुलिस ने बताया कि आरोपी हाफिजल मुल्ला उत्तर 24 परगना जिले के हसनाबाद का निवासी है।
पुलिस ने कहा कि आरोपी एक दीवार पर चढ़कर हरीश चटर्जी स्ट्रीट स्थित मुख्यमंत्री के आवास में शनिवार देर रात करीब एक बजे घुसा और सुबह तक वहीं छिपा रहा। रविवार सुबह करीब आठ बजे सुरक्षाकर्मियों की नजर उस पर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने कालीघाट पुलिस थाने को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्यमंत्री आवास को कोलकाता पुलिस मुख्यालय समझ लिया
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “शुरुआती पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति ने कहा कि उसने मुख्यमंत्री के आवास को लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय समझ लिया और परिसर में घुस गया, लेकिन जब उससे पूछा गया कि वह उस समय पुलिस मुख्यालय क्यों जाना चाहता था तो वह कोई उचित जवाब नहीं दे सका।”
11 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया आरोपी
उन्होंने कहा कि मुल्ला ने पूछताछ के दौरान पहले फल विक्रेता और फिर ड्राइवर होने का दावा किया। पुलिस ने कहा कि आरोपी मानसिक रोगी जान पड़ता है। अधिकारी कालीघाट पहुंचने से पहले आरोपी कहां-कहां से गुजरा था, इसका पता लगा रहे हैं। पुलिस ने मुल्ला पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 458 के तहत मामला दर्ज किया है और उसे 11 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। आईपीसी की धारा 458 किसी व्यक्ति पर हमला करने, नुकसान पहुंचाने या अपराध के इरादे से रात में छिप कर घर में घुसने से संबंधित है।
गौरतलब है कि शनिवार देर रात दक्षिणी कोलकाता के कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास में एक व्यक्ति अवैध रूप से घुस गया और लगभग पूरी रात आवास में ही छिपा रहा और इसकी खबर तक किसी को नहीं लगी। सुरक्षाकर्मियों की नजर उसपर रविवार सुबह पड़ी जिसके बाद उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया।