ममता बनर्जी की जनता से अपील- 'BSF कोई पहचान पत्र दे तो न लें, नहीं तो एनआरसी में आ जायेंगे'
ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की सीमा के पास रहने वालों से कहा है कि अगर बीएसएफ कोई पहचान पत्र दे तो न लें। अगर इसे लिया तो एनआरसी के दायरे में आ जाएंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएसएफ द्वारा लोगों पर अत्याचार किया जाता है। बीएसएफ ने सीमा पर एक अलग पहचान पत्र देने का फैसला किया है। ममता ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि आप बॉर्डर के पास रहते हैं तो बीएसएफ के जवान अलग पहचान पत्र देते हैं, तो आप इसे नहीं लेंगे।
ममता बनर्जी ने लोगों से कहा कि बीएसएफ से कहो तुम्हारे पास आधार कार्ड है। राशन कार्ड है। मैं तुम्हारा दो नंबर का कार्ड नहीं लूंगा। अगर आप वह कार्ड लेंगे तो एनआरसी में आ जायेंगे। अगर आप लोग किसी भी समस्या में पड़े तो हम है आपके साथ। मैं बाघ के बच्चे की तरह हूं।
हमने आपको अधिकार दिया- ममता
ममता बनर्जी ने सोमवार को कूचबिहार में एक सार्वजनिक सभा में सीएए- एनआरसी को लेकर हम लोग केंद्र से लड़े। यही पर नागरिक हैं। जो बार-बार चिल्ला रहा है ये सिर्फ वोट की राजनीति के लिए हैं। आप सभी नागरिक हैं। हम आप सभी को नागरिक के रूप में पहचान पत्र दे दिया हैं। सभी शरणार्थियों ने कॉलोनी स्थायी पता हम लोगों ने दे दिया है। उन्हें राशन मिलता है, उनके बच्चे स्कूल जाते हैं। बच्चों को स्कॉलरशिप मिलती है। उन्हें शिक्षाश्री मिलती है। अगर आप नागरिक ना होते तो आपको यह सब नहीं। यदि नागरिक नहीं होते तो मतदान नहीं कर पाते। आप लोग मतदान करते हैं। आप लोगों को हमने सभी अधिकार दिए हैं।
बीएसएफ पर बरसीं ममता
ममता बनर्जी ने कहा बीएसएफ चुनाव के समय में चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मारे जाने वाले लोग चुनावी रैली में थे। अब कहते हैं कि सीमावर्ती इलाकों में BSF अलग से निगरानी करेगी। आप(BSF) यह नहीं कीजिए, अगर आप ऐसा करेंगे तो यहां से भगाए जाएंगे... हमारी कानूनी व्यवस्था में हस्तक्षेप न करें।
बीजेपी का दावा- जल्द लागू होगा सीएए
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कई बार कह चुके हैं देश में जल्द ही सीएए लागू किया जाएगा। बीजेपी के नेता भी यही बात दोहराते हैं। टीएमसी और कांग्रेस अमित शाह और बीजेपी नेताओं के बयान पर हमेशा से कड़ी प्रतिक्रिया देते रहे हैं।
(रिपोर्ट- सुजीत दास)