कोलकाता. पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शारदा केस पर बड़ी खबर सामने आई है। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है। इस हलफनामे के बाद बीजेपी का आरोप है कि शारदा केस से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का डायरेक्ट कनेक्शन है। सीबीआई के मुताबिक, इस केस के आरोपी और टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सांसद कुणाल घोष की ईडी जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं।
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ईडी की जांच के मुताबिक ममता बनर्जी और शारदा ग्रुप के प्रोमोटर सुदीप्त सेन के रिश्ते बहुत अच्छे थे। सुदीप्त सेन से ममता बनर्जी की बात कुणाल घोष के फोन से होती थी। सीबीआई ने कोर्ट में शारदा के कर्मचारी शफीकुर रहमान के हवाले से कहा है कि कुणाल घोष सुदीप्त सेन को दुर्गा पूजा समितियों को पैसे देने के निर्देश देते थे और जब ममता बनर्जी ने विधानसभा का चुनाव लड़ा तो सुदीप्त सेन को जबरन कोलकाता के भवानीपुर इलाके की सभी पूजा समितियों को स्पॉन्सर करने को कहा गया।
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सीबीआई ने अपने हलफनामे में ये भी खुलासा किया है कि पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री राहत कोष से तारा टीवी को 6.21 करोड़ रुपए दिए गए। जो शारदा ग्रुप का हिस्सा था। सीबीआई के मुताबिक, मई 2013 से अप्रैल 2015 तक तारा टीवी को सीएम रिलीफ फंड से हर महीने 27 लाख रुपए दिए गए। CBI ने 23 दिसंबर को ये एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया है।