कोलकाता: पश्चिम बंगाल के युवा और खेल मामलों के राज्य मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य सचिवालय के सूत्रों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि शुक्ला ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा भेज दिया है और उन्होंने इसकी एक प्रति राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी भेजी है। क्रिकेटर रह चुके शुक्ला के इस्तीफा के पहले राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की रणजी टीम के पूर्व कप्तान और हावड़ा (उत्तर) के विधायक शुक्ला (39) ने बनर्जी को भेजे अपने त्यागपत्र में कहा है कि वह राजनीति से ‘संन्यास’ लेना चाहते हैं। हावड़ा जिले में तृणमूल कांग्रेस के पार्टी मामलों को देखने वाले शुक्ला ने हालांकि विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। शुक्ला से कई बार संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन उनका जवाब नहीं मिल पाया।
लक्ष्मी रतन शुक्ला के इस्तीफे पर ममता बनर्जी का बयान
लक्ष्मी रतन शुक्ला के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसा कोई भी कर सकता है। इससे क्या आता जाता है। लक्ष्मी अच्छा लड़का है। ठीक है उसे क्रिकेट जगत समझ में आया है। ममता बनर्जी ने बताया कि उसने चिट्ठी में मिनिस्ट्री से पद त्याग करने की बात नहीं लिखी है। उसने लिखा है कि मैं राजनीति से पूरी तरह अलग होना चाहता हूं। मैं खेल जगत में वापस आना चाहता हूं, मुझे खेल जगत में जाने दिया जाए।
ममता बनर्जी ने कहा लक्ष्मी रतन शुक्ला ने पत्र में कहा है कि एमएलए के रूप में कंटिन्यू करूंगा यह जो लास्ट टर्म है तब तक अब तो एक महीना ही बचा है। इसके बाद ही इलेक्शन है सो मैं तब तक एमएलए के तौर पर कंटिन्यू करूंगा और मुझे राजनीति के हर क्षेत्र से मुक्ति दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए मैं राज्यपाल से कहती हूं कि उसका इस्तीफा ले लिया जाए। लक्ष्मी रतन शुक्ला खेलकूद करें वो खेल जगत का आदमी है, हमारी शुभकामनाएं उसके साथ हैं। ममता ने कहा कि इसमें कुछ गलत मत समझा जाए। लोग नेगेटिव कुछ ज्यादा ही करते हो लेकिन इसमें सब पॉजिटिव है।