ममता बनर्जी का दावा- पश्चिम बंगाल में दीवाली के दौरान हो रही 'दंगा भड़काने की साजिश'
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बंगाल में सांप्रदायिक तनाव नहीं चाहती। भीड़ को उकसाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कृपया जनता को भड़काने से बचें।
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि कुछ शरारती तत्व दीवाली के दौरान दंगा करा सकते हैं। सीएम ममता ने पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का निर्देश किया है। अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम ममता ने दावा किया कि दीवाली, काली पूजा और छठ पूजा समारोह के दौरान अशांति पैदा करने की साजिश रची जा रही है। एहतियात के तौर पर, उन्होंने राज्य पुलिस से ऐसे किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए समारोहों के दौरान सतर्कता बढ़ाने का आदेश दिया।
एसटीएफ की तैनाती बढ़ाने का निर्देश दिया
मुख्यमंत्री ने खुफिया जानकारी को बढ़ाने और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की तैनाती में वृद्धि की आवश्यकता पर जोर दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि काली पूजा की तारीख जल्द ही आ रही है। पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स को खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि कोई विस्फोट न हो। सांप्रदायिक दंगे भड़काने और हिंसा पैदा करने की साजिश रची जा रही है। इसे रोका जाना चाहिए।
पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी अशांति पैदा करने के लिए उत्सव के माहौल का फायदा न उठाए। मुख्यमंत्री मीडिया से भी स्थिति को सनसनीखेज बनाने से बचने की अपील की। सीएम ममता ने कहा कि मैं बंगाल में सांप्रदायिक तनाव नहीं चाहती। पुलिस किसी भी उकसाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी, लेकिन मैं मीडिया से आग्रह करती हूं कि इसे सनसनीखेज न बनाएं।
चक्रवात दाना पर कही ये बात
ममता बनर्जी चक्रवात दाना को लेकर भी समीक्षा बैठक की। स्थिति की समीक्षा करते हुए बनर्जी ने सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बनर्जी ने बंगाल में चक्रवात दाना से जुड़ी एक मौत की पुष्टि की, जबकि लगभग 2.16 लाख लोगों को निचले इलाकों से निकाला गया। स्थिति पर नजर रखने के लिए रात गुजारने के बाद राज्य सचिवालय में समीक्षा बैठक करने वाली बनर्जी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि चक्रवात से प्रभावित सभी लोगों तक राहत सामग्री पहुंचे। बता दें कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को तूफान गुजरने के तुरंत बाद उड़ानें, रेलवे और बसों का परिचालन तेजी से फिर से शुरू कर दिया गया।