रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल के हावड़ा समेत कई अन्य जगहों पर हिंसा देखने को मिली थी। हॉवड़ा के शिबपुर में तो दंगा भड़क गया। वहीं बीते कल हुगली जिले के रिसड़ा, सेरामपुर समेत कई स्थानों पर भी हिंसा देखने को मिली थी। 30 मार्च को जहां रामनवमी थी। वहीं 6 अुप्रैल को हनुमान जयंती है। एक तरफ जहां बंगाल में रामनवमी को हिंसा देखने को मिली थी। वहीं 6 अप्रैल के दिन हनुमान जयंती के मद्देनजर राज्य सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड में है। 6 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर इस तरह के तनाव होने की चेतावनी दी है।
6 अप्रैल हनुमान जयंती पर प्रशासन अलर्ट
पूर्वी मिदनापुर जिले के खेजुरी में प्रशासनिक बैठक की समीक्षा करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैं अपने प्रशासन के साथ साथ आम लोगों से भी 6 अप्रैल के दिन सतर्क रहने के लिए कह रही हूं। हम बजरंगबली का सम्मान करते हैं और हम उनके नाम पर कोई तनाव या हिंसा नहीं चाहते हैं। किसी बी तरह के तनाव को रोकने के लिए युवाओं को आगे आना होगा। इस मामले पर ममता बनर्जी ने कहा कि रामनवमी के दिन जानबूझकर जुलूस को उन रास्तों से ले जाया गया जहां रैली को ले जाने की अनुमति नहीं थी। जुलूस के दौरान हिंसा को जानबूझकर भड़काया गया।
दंगे का आरोप केंद्र पर
वहीं रिषड़ा में रविवार के हुए झड़प पर ममता बनर्जी ने कहा कि तीन दिन बाद जुलूस क्यों निकाला गया? उन्होंने कहा कि रमजान का महीना चल रहा है। लेकिन कुछ लोग इस संवेदनशील इलाकों में जुलूस लेकर जा रहे हैं और तनाव पैदा कर रहे हैं। संवेदनशील इलाकों में फलों के स्टॉल जलाए गए व हथियारों के साथ जुलूस में भाग ले रहे हैं। इस बाबत ममता बनर्जी ने इस दंगे को लेकर भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इस दंगे को फंड किया जा रहा है। इस दौरान ममता बनर्जी ने लोगों से भाजपा को वोट न देने की अपील की और कहा कि भाजपा दंगा कराती है।